Book Title: Vajsaney Samhita Mantranamkaradya Anukramanika
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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir अ० मं० / अ. मं. यद्धविष्य..... M यरिण? .... .... 133 3: यम॑ग्नेकव्यवाहन॒त्वम् 1964 यश्चिदाप .... .... ........ 25 27 यमग्नेपृत्सु .... .... 6 29 यस्तुसर्वाणि .... .... यद्वाजिनः .... 25 31 यमश्श्विनानमुचेलं .... 19 34 यस्तैऽअद्य यद्धातोऽअप .... 23 7 यमश्विनासरस्वती .... 2068 यस्तै अश्व यदाहिष्ठन् .... 26/ 12 यमायत्वाङ्गिरस्वते .... 38 9 यस्तैऽद्रप्सष्कन्.... यन्ताचमेधर्ता .... 18 7 यमायत्त्वामखायत्त्वा ... 37 11 यस्तेरसलं.... यन्त्रीराट् .... 14 22 यमाययमसू .... .... 30 15 यस्तेस्तन: यनिर्णिणजा .... ..... 25 25 यमायस्वाहान्तकाय .... 39 13 यस्माजातम् यन्नीक्षणम् .... 36 यमे दत्तम् .... .... 28 13 यस्मान्नजात .... .... यन्मछिद्रम् .... .... 2 यानाम्भागः.... .... 14 26 |यस्मिन्सर्वाणि .... .... For Private and Personal Use Only

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