Book Title: Vajsaney Samhita Mantranamkaradya Anukramanika
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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir अ० मं० / 100000 देवकृतस्यैनसर ..... 813 दे॒वस्य॑सवितुम॑तिम् .... देवंदैवव? .... .... 33 91 देिवश्रुतौ .... | 91 देवश्रुतौ .... .... .... 517 देवस्याहसवितु:सवे : 1 देवंबर्हि सरस्वती .... 21 48 देवसवित ..... .... 11 , देवहूय॑ज्ञआर्च .... 17 देवंबहिरीन्द्रम् .... .... 28 12 दिवंसवितरेषत् .... .... 539 देवांगातुविदल.... ..... 8 देवंबर्हिवयः .... .... 35 देवस्त्वसिवितस् .... 11 63 देवादे॒वानांभिषा .... 21 देवंबर्हिर्धारितीनाम् ५७/देवस्यचेततलं .... .... 22| 11 देवादैव्याहोतारा .... देवंबर्हिर्धारितीनान्दे देवस्य॑त्वासवितु प्रसवे {16 || | वीन्द्र 56 31 96 3018 3727 देवंबहिर्वारितीनान्देव मीन्द्रम्खयो. .... 28 For Private and Personal Use Only

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