Book Title: Vajsaney Samhita Mantranamkaradya Anukramanika
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Page 35
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir अ० म० / अ.का. संहि. नमोस्तुरुद्रेभ्योयेदिवि 61 64 नवनिरस्तुवत 29 नाशयित्रीवलासस्या.... नमोस्तुरुद्रेभ्योयेपृथिव्याम् 16) 66 नवविश्शत्यास्तुवत .... 14 31 निक्रमणन्निषदनम् .... 25 नमोस्तुमपेभ्यः .... 13 6 नवाएतत् .... .... { 2616 नियुत्वान्वायवा ..... 27 नमोहिर॑ण्ण्यबाहवे .... 16/ 17 नहितेषाममा .... .... 3 32 निवेशनल्संगमन .... 12 नोव्हस्वार्य ..... .... 16/30 नहिस्पशमविदन् .... 33/60 निषसादघृतव्रतरं .... { 30 जनयत्पर.... .... .... 20 82 नानाहिवान्देवहितम्.... 19/ 7 निहोताहोतृषदने .... नराशसप्रति ..... 20 37 नाभापृथिवा..... .... 11 76 नीलग्रीवास्शितिकंठा नराशसस्यमहिमानम् 29, 27 नाभिर्मेचित्तम् .... .... 20 9/ सर्वा? नर्मायपुंश्चलूम् .... 30 20 नाभ्याआसीत् .... .... 31 13 नीलग्रीवारशितिकंठादिवम् 16 56 नवदशभिरस्तुवत ..... 14 30 |नाय॑स्तेपल्यः .... 23, 36 नृत्तायसूतम् ......... 30 6 For Private and Personal Use Only

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