Book Title: Shripal Charitra
Author(s): Anandsagar
Publisher: Ganeshmal Dadha

View full book text
Previous | Next

Page 8
________________ श्रीपालचरित्र, तसंस्कृतके आधारसे हिन्दी भाषामें निर्मित करता हूँ-भव्यात्मागण! प्रमादको त्यागकर সবার इस सरस चरित्रको साद्योपान्त श्रवण करना तथा उसे पूर्ण मननकर अपने मनुष्य भवको || SEASONACAका // गणधर महाराजका पदार्पण. // . विशाल जम्बूछीपके अन्दर भरतक्षेत्रमें नानाविध सम्पति विभूषित मगधदेशान्तरगत || | राजग्रही नामकी एक सुन्दर नगरी थी, उसमें न्यायशील प्रजावात्सल्यादि राजगुणविशिष्ट धर्म-२ // 1 // . Jun Gun Aaradha Ac.Gunratnasun M.S.

Loading...

Page Navigation
1 ... 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 ... 198