Book Title: Rushabh Charitra Varshitap Vidhi Mahatmya Author(s): Priyadarshanashreeji Publisher: Mahavir Prakashan View full book textPage 9
________________ Letest sestuestoltes 527. कंवर पद + 20 लाख पूर्व। 14 28. राज्यकाल * 63 लाख पूर्व 29. प्रथम + प्रथम शिल्पकार + प्रथम तीर्थंकर + प्रथम राजा एवं धर्म के प्रथम प्रवर्तक 5030.दीक्षा कल्याणक + चैत्र कृष्णा अष्टमी, उत्तराषाढ़ा ( नक्षत्र, दिन का अन्तिम प्रहर। 31. वर्षीदान + प्रतिदिन एक करोड़, आठ लाख स्वर्ण मुद्राएं एक वर्ष में तीन अरब अट्ठासी करोड़, अस्सी लाख स्वर्ण मुद्राओं का दान। 2) 32.शिविका का नाम + सुदर्शना। 33.लोचन __ + चार मुष्ठी। 1) 34.दीक्षा के समय तप * बेले का तप। 8) 35.दीक्षा लेते ही ज्ञान * मनः पर्यव ज्ञान हुआ। 2) 36.पारणा बाहुबली के पुत्र सोमप्रम और पौत्र श्रेयांसकुमार के द्वारा। पारणे से पूर्व राजा सोमप्रभ, कुमार श्रेयांस सुबुद्धि सेठ ने Hoteles estresstoestessePage Navigation
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