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9.
जीवो परिणमदि जदा सुहेण असुहेण वा सुहो असुहो। सुद्धेण तदा सुद्धो हवदि हि परिणामसब्भावो।।
जीवो परिणमदि
(जीव) 1/1 (परिणम) व 3/1 अक
जीव रूपान्तरण को प्राप्त होता है....
जदा सुहेण असुहेण वा सुहो असुहो सुद्धेण
... जब
शुभ से । अशुभ से या .
अव्यय (सुह) 3/1 वि (असुह) 3/1 वि
अव्यय (सुह) 1/1 वि (असुह) 1/1 वि (सुद्ध) 3/1 वि अव्यय (सुद्ध) 1/1 वि (हव) व 3/1 अक अव्यय {[(परिणाम)-(सब्भाव) 1/1] वि}
शुभ अशुभ शुद्ध से तब
तदा
सुद्धो
हवदि
होता है।
निश्चय ही परिवर्तन-स्वभाववाला
परिणामसम्भावो
अन्वय- जीवो परिणामसभावो जदा सुहेण असुहेण वा सुद्धेण परिणमदि तदा हि सुहो असुहो सुद्धो हवदि।
अर्थ- जीव परिवर्तन-स्वभाववाला (होता है)। जब (वह) शुभ, अशुभ या शुद्ध (भाव) से रूपान्तरण को प्राप्त होता है तब (क्रम से) (वह) निश्चय ही शुभ (या) अशुभ (या) शुद्ध होता है।
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प्रवचनसार (खण्ड-1)
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