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जम्हा
जह
जहा
जुगवं
ण
णत्थि
व
णो
णमो
णिच्छयदो
यिदं
यिदयो
तं
2.
तण्ण
(148)
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后
क्योंकि चूँकि
जिस प्रकार
जिस प्रकार
एक ही साथ
एक ही समय में
नहीं
न
नहीं
नहीं
नही
नहीं
नमस्कार
निश्चयपूर्वक
लगातार
अचूक रूप से
इसलिए
वह नहीं
1
58
8 8 8 8 8
20
60
68
30
47, 48, 49, 51
56
10, 20, 24, 25, 27, 29,
31, 35, 39, 46, 48, 49,
52, 60, 64, 65, 66,
77, 78, 79, 91
32, 50
22, 67, 71, 77
21, 28, 38, 42, 56,
57,91
32, 50, 52
62
4,82
89
1 2 58
29
44
76
55
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प्रवचनसार (खण्ड- 1)
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