Book Title: Pravachansara Part 01
Author(s): Kamalchand Sogani, Shakuntala Jain
Publisher: Apbhramsa Sahitya Academy

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Page 165
________________ आप द्वारा संपादित व श्रीमती शकुन्तला जैन द्वारा अनुवादित 'द्रव्यसंग्रह' पुस्तक प्राप्त हुई। वैस तो 'द्रव्यसंग्रह' के हिन्दी अनुवाद की अनेक कृतियाँ उपलब्ध हैं, पर आपने इसे एक नये आयाम में प्रस्तुत किया है। निःसन्देह यह प्रयास सराहनीय है। प्राकृत भाषा के विद्वानों और अध्ययनार्थियों के लिए यह एक अत्यन्त उपयोगी कृति सिद्ध होगी, ऐसा मुझे विश्वास है । श्रीमती शकुन्तला जैन के इस प्रयास के लिए वे बधाई की पात्र हैं। सम्मति द्रव्यसंग्रह (158) निर्देशन व संपादन- डॉ. कमलचन्द सोगाणी अनुवादक - श्रीमती शकुन्तला जैन Jain Education International बुद्धिप्रकाश 'भास्कर' एम.ए. (हिन्दी) शास्त्री - शिक्षा व दर्शन, साहित्यरत्न · जयपुर For Personal & Private Use Only प्रवचनसार (खण्ड-1) www.jainelibrary.org

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