Book Title: Pravachansara Part 01
Author(s): Kamalchand Sogani, Shakuntala Jain
Publisher: Apbhramsa Sahitya Academy
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अर्थ
अस
83
क्रिया-कोश
अकर्मक क्रिया
गा.सं. होना
__53, 64 उप्पज्ज उत्पन्न होना ___50, 52 खुब्भ व्याकुल होना जाय उत्पन्न होना
84 परिणम
रूपान्तरण को प्राप्त होना 8, 9, रूपान्तरित होना 35
रमण करना वट्ट
विद्यमान होना । होना व्यवहार करना रहना
मौजूद होना विज्ज विद्यमान होना 17, 18, 46 संपज्ज प्राप्त होना . संभव घटित होना हव होना .
9, 16, 24, 35, 39, 46,
50, 54,58, 72, 83 रहना होना
31, 38, 56, 57
अनियमित क्रिया सन्ति ... होना
31, 74
18
प्रवचनसार (खण्ड-1)
(129)
।
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