Book Title: Praudh Prakrit Apbhramsa Rachna Saurabh Part 2
Author(s): Kamalchand Sogani
Publisher: Apbhramsa Sahitya Academy

View full book text
Previous | Next

Page 13
________________ स्यन् स्यः स्यत स्याम स्यन्त स्यध्वम् स्यामहि क्रियातिपत्ति लुङ् (क) प्रथम पुरुष स्यत् स्यताम् मध्यम पुरुष स्यतम् उत्तम पुरुष स्यम् स्याव लुङ् (ख) प्रथम पुरुष . रयत स्येताम् मध्यम पुरुष स्यथाः स्येथाम् उत्तम पुरुष स्ये स्यावहि भूतकालिक कृदन्त के प्रत्यय क्त (त → अ) वर्तमानकालिक कृदन्त के प्रत्यय 1. शतृ (अत्) 2. शानच् (आन्, मान) सम्बन्धक कृदन्त के प्रत्यय क्त्वा (त्वा) हेत्वर्थक कृदन्त के प्रत्यय तुमुन् (तुम्) विधि कृदन्त के प्रत्यय तव्य, अनीयर (अनीय) प्रौट प्राकृत-अपभ्रंश रचना सौरभ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96