Book Title: Praudh Prakrit Apbhramsa Rachna Saurabh Part 2
Author(s): Kamalchand Sogani
Publisher: Apbhramsa Sahitya Academy

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Page 80
________________ Jain Education International शब्दानुसरण प्रौढ प्राकृत-अपभ्रंश रचना सौरभ 1,2 हरि राम राम परिशिष्ट -2 सूत्रों का व्याकरणिक विश्लेषण क्र. सं. सूत्र सं. सूत्र सन्धि-नियम सूत्र-शब्द मूलशब्द, विभक्ति 1.3/139 त्यादीनामाद्यत्रयस्याद्यस्येचेचौ ति ति (ति)+ (आदीनाम) + (आद्यत्रयस्य) + आदीनाम् (आदि) 6/3 (आद्यस्य) + (इच) + (एचौ)} आद्यत्रयस्य (आद्य त्रय) 6/1 आद्यस्य (आद्य) 6/1 इच् (इच) एचौ (एच) 1/2 2.3/140 द्वितीयस्य सि से द्वितीयस्य (द्वितीय) 6/1 सि (सि) 1/1 से (से) 1/1 3. 3/141 तृतीयस्य मिः तृतीयस्य (तृतीय) 6/1 (मि) 1/1 भूभृत् For Private & Personal Use Only राम परम्परानुसरण परम्परानुसरण राम हरि 4.3/142 बहुष्वाद्यस्य न्ति न्ते इरे (बुहुषु) + (आद्यस्य) आद्यस्य राम www.jainelibrary.org (बहु)7/3 (आद्य) 6/1 (न्ति) 1/1 (न्ते) 1/1 (इरे) 1/1 (iv) परम्परानुसरण परम्परानुसरण परम्परानुसरण इरे

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