Book Title: Praudh Prakrit Apbhramsa Rachna Saurabh Part 2
Author(s): Kamalchand Sogani
Publisher: Apbhramsa Sahitya Academy

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Page 70
________________ क्रियातिपत्ति अकारान्त, आकारान्त, ओकारान्त क्रिया (प्रत्यय) एकवचन बहुवचन उत्तमपुरुष ज्ज, ज्जा (3/179,3/159) ज्ज, ज्जा (3/179,3/159) ___न्त, माण (3/180) न्त, माण (3/180) . मध्यमपुरुष ज्ज, ज्जा (3/179,3/159) ज्ज, ज्जा (3/179,3/159) न्त, माण (3/180) न्त, माण (3/180 अन्यपुरुष ज्ज, ज्जा (3/179, 3/159) ज्ज, ज्जा (3/179.3/159) न्त, माण (3/180) न्त, माण (3/180) अपभ्रंश के क्रियारूप वर्तमानकाल अकारान्त क्रिया- (हस) एकवचन बहुवचन हसहं (4/386), हसमो, हसमु, हसम (3/144) उत्तमपुरुष हसउं (4/385). .. हसमि, हसामि, हसेमि (3/141,3/154, 3/158) मध्यमपुरुष हसहि (4/383). हससि, हससे (3/140) अन्यपुरुष हसइ, हसए (3/139). हसेइ (3/158) हसहु (4/384). हसह, हसित्था (3/143) हसहिं (4/382) हसन्ति, हसन्ते, हसिरे (3/142) प्रौढ प्राकृत-अपभ्रंश रचना सौरभ 63 For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org Jain Education International

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