Book Title: Praudh Prakrit Apbhramsa Rachna Saurabh Part 2
Author(s): Kamalchand Sogani
Publisher: Apbhramsa Sahitya Academy

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Page 63
________________ भूतकाल अकारान्त क्रिया (हस) एकवचन बहुवचन उत्तमपुरुष हसीअ (3/163) हसीअ (3/163) मध्यमपुरुष हसीअ (3/163) हसीअ (3/163) अन्यपुरुष हसीअ (3/163) हसीअ (3/163) भूतकाल अकारान्त क्रिया (प्रत्यय) एकवचन बहुवचन उत्तमपुरुष ईअ (3/163) ईअ (3/163) मध्यमपुरुष ईअ (3/163) ईअ (3/163) अन्यपुरुष ईअ (3/163) ईअ (3/163) भूतकाल आकारान्त, ओकारान्त क्रिया (ठा, हो) एकवचन बहुवचन उत्तमपुरुष ठासी, ठाही, ठाहीअ (3/162) ठासी, ठाही, ठाहीअ (3/162) मध्यमपुरुष ठासी, ठाही, ठाहीअ (3/162) ठासी, ठाही, ठाहीअ (3/162) अन्यपुरुष ठासी, ठाही, ठाहीअ (3/162) ठासी, ठाही, ठाहीअ (3/162) भूतकाल आकारान्त, ओकारान्त क्रिया (प्रत्यय) एकवचन उत्तमपुरुष सी, ही, हीअ (3/162) मध्यमपुरुष सी, ही, हीअ (3/162) अन्यपुरुष सी, ही, हीअ (3/162) बहुवचन सी, ही, हीअ (3/162) सी, ही, हीअ (3/162) सी, ही, हीअ (3/162) प्रौढ प्राकृत-अपभ्रंश रचना सौरभ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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