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Nagakamara's camp outside Mathura. His visit to the town causes a thrill among the courtezans, one of whom. Devadatta makes bold to invite him.
ता महुरहे बाहिर थिउ सिमिरु सोहंतु पंववण्णेहि णिरु ।
पडमंडवदूससमग्धविउ णं धरणिहे मंडणु णिम्मविउ ॥ ध्रुवकं ॥ फलदलजलतणकट्ठसमग्गएं
महियले णीरुए हयउवसग्गए। वाले सेणाणाहे थवियर
परियणु णिरवसेसु संथवियउ । सहुं कडउल्ले थक्कउ साहणु
पुरु जोयहुं वम्महु सुपसाहणु। गउ सिंधुरवरखंधारूढउ
कइवयकिंकरजसपरिरूढउ । वेसावाडेइं झत्ति पइट्ठउ
मयरकेउ पुरवेसहिं दिट्ठउ। का वि वेस चितइ गयसुण्णा
ए थण एयहो णहहिं ण भिण्णा । का वि वेस चिंतइ किं वडिय
णीलालय ए एण ण कड्डिय । का वि वेस चिंतइ किं हारें
कंठु ण छिण्णउ एण कुमारे। का वि वेस अहरग्गु समप्पड़
झिजइ खिजइ तप्पइ कंपइ। का वि वेस रइसलिले सिंचिय वेवइ वलइ घुलइ रोमंचिय। घत्ता-ता वीणाकलग्वभासिणिए देवदत्तए रायविलासिणिए। हियउल्लए कामदेउ ठविउ कयपंजलिहत्थे विण्णविउ ॥१॥
2 Nagakumara accepts her hospitality. He learns from her about the confinement of
the princess of Kanyakubja by the ruler of Mathura, परमेसर कारुण्णु वियप्पहि
जिह मणु तिह घरपंगणु चप्पहि । तं णिसुणिवि उवयरियउ तेत्तहे तं तहे रमाणहे मंदिर जेत्तहे । 1. १ CE फलजलतिणकणकट्टममग्गए. २ AB वाडउ; E वाडए. 2. १ Cणियच्छहि. २ E पंगुण.
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