________________
૨૮
श्री नवकार महामंत्र-कल्प - जो मोक्ष प्राप्तीके अमिलापी है, और निरंतर यही भावना रखते है उनको चाहिए कि माला फेर ते समय अङ्गुठे पर रख करके अनामिका उङ्गलीसे जाप करे। जिनको शुभ कामनाके लिए माला फेरना है, और द्रव्यप्राप्ति कुटम्वशान्ति, सन्तानवृद्धि, एहिक सुख द्रव्यादिके लिए मध्यमा उङ्गगलीसे फेरना चाहिए, जिनको क्रूर कार्य, मारण, उच्चाटन के लिए जाप करना हो वह अङ्गठेसे माला फेरे,और रिपुक्षय, वैरनाशाय या लेशादिके नाश निमित्त तर्जनी उगलीसे माला फेरना चाहिए इस तरह माल.का विधान समझ कर उपयोग सहित एकचित्तसे ध्यान स्मरण करने वालों को अवश्य सिद्धि प्राप्त होगी।
आवर्त प्रकरण
आवर्तसे जाप करना भी बहुत श्रेष्ठ बताया गया है, जिन महानुभावोंको मालाके वजाय अपने हाथकी उङ्गलियों पर जाप संख्या पूरी करना हो उसीका नाम आवर्त है और यह रीति सुगम भी है इस तरह ध्यान करनेसे मनभी स्थिर रहती है और