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श्री नवकार महामंत्र कल्प साधना सिद्ध नहीं हो सकेगी इस मंत्रद्वारा मस्तिष्क निर्मल करना चाहिए जितनी आवश्यकता हृदयशुद्धिकी है उतनी ही मस्तिष्क शुद्धि की है मगजकी स्थिरता साध्यविन्दुको तत्काल सिद्ध करती है। ।
॥ मस्तक रक्षा मंत्र ॥ ॐ णमो सिद्धाणं हर हर विशिरो रक्ष रक्ष हँ फट् स्वाहा ॥१०॥ - मंत्रका आराधन करते समय कोई देव दानव मगजकी स्थिरताको खराव न करदे इस हेतुसे इस मंत्र द्वारा मस्तक रक्षा की भावना रखना चाहिए।
॥ शिखा बन्धन मंत्र ॥ ॐ णमो आयरियाणं शिखां रक्ष रक्ष हूँ फट् स्वाहा ॥११॥
इस मंत्रको बोल कर शिखा-चोटीको पवित्र करना मंत्र बोलते जाना और चोटीको लपेटते रहना, चोटीके गांठ नही लगाना सिर्फ लपेट करही स्थिर कर देना।