Book Title: Navkar Mahamantra Kalp
Author(s): Chandanmal Nagori
Publisher: Chandanmal Nagori

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Page 64
________________ ५६ श्री नवकार महामंत्र कल्प ॥ वशीकरण मंत्र (३) ॥ ॐ ह्री नमो लोए सव्व साहूणं ॥२१॥ इस मंत्रको सिद्धकर उत्तर क्रियामें ऐं ह्रीं के साथ जाप करके वस्त्रके गांठ देता जाय और १०८ वार गांठको शिलापर फटकारता जाय तो कार्यसिद्ध होता हैं, वस्त्र नया और शुद्ध होना चाहिए । ॥ बन्दीगृह मुक्त मंत्र ॥ साध्वस एलो मोण, णंयाज्झावर मोण, णंयारियआ मोण, गंद्धासि मोण, णंताहंरिअ मोण ||२२|| इस मंत्र को विपर्यास कहते हैं, इसको सिद्ध करनेके बाद जाप किया जाय तो बन्दीखानेसे तत्काळ छुटकारा हो जाता है चित्त स्थिर रख कर जाप करना चाहिए । ॥ सङ्कटमोचन मंत्र ॥ ॐ ह्रीं नमो अरिहन्ताणं, ॐ ही नमो सिद्धाणं, ॐ ह्रीं नमो आयरियाणं, ॐ ह्रीं नमो उवज्झायाणं, ॐ ही नमो लोए सव्वसाहूणं W ॥२३॥

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