Book Title: Jainagam Sukti Sudha Part 01
Author(s): Kalyanrushi Maharaj, Ratanlal Sanghvi
Publisher: Kalyanrushi Maharaj Ratanlal Sanghvi
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शुद्धि-पत्र
सूचना.-१-पुस्तक में ध्यान पूर्वक प्रुफ रशोधन करने पर भी कई एक
त्रुटियां रह गई है, अतएव कृपालु पाठक सुधार कर पढने की कृपा करें। २:-छपते समय चलती मशीन में भूमिका भाग मे और पुस्तक मे “काना, मात्रा अनुस्वार, रेफ, ऋ,” आदि कई एक चिह्न अत्यधिक मात्रा में अनेक स्थानो पर टूट गये है, यदि इन त्रुटित. मात्राओ का शुद्धि पत्र तैयार किया जाता तो बहुत बड़ा शुद्धिपत्र तैयार हो जाता, इसलिये ध्यान पूर्वक माशाओको यथा स्थान पर जोड़ते हुए सुधार कर पढने का प्रार्थना है। ३:-शुद्धि-पत्र में नीचे पृष्ठ की पक्तियो की गणना में " पृष्ठ सस्या, सूत्र सस्या, और सबध निर्देश भी" एक एक पक्ति के रूप मे गिने है, यह बात ध्यान में रहे ।
भूमिका भाग __ पृष्ठ संख्या पक्ति संख्या अशुद्ध
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