Book Title: Jainagam Sukti Sudha Part 01
Author(s): Kalyanrushi Maharaj, Ratanlal Sanghvi
Publisher: Kalyanrushi Maharaj Ratanlal Sanghvi
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सख्या
नाम
सूक्ति सख्या
पृष्ठ संख्या
*
१२०
* * * * *
१६२ १७७
*
योग
my
२०४
२१४
* * * * * * * * *
२२८
उपदेश श्रमण-भिक्षु
१४६ महापुरुष प्रशस्त
१८५ अनित्यवाद
१८७ कर्म-वाद
१९६ कषाय-सूत्र कामादि दुर्वासना क्रोध
२२६ हिंसा लोभ
२३१ अधर्म ३२ भोग-दुष्प्रवृत्ति अनिष्ट प्रवृत्ति
२४२ ३४ वाल जन
२५४ ३५ ससार-स्थिति "
२६५ '३६ प्रकीर्णक
२७० नोट -कुल सूक्तियों की संख्या ९२५ है । "परिशिष्ट
१ सूक्तिया-कोप पद्धति से (शब्दानुलक्षी अनुवाद सहित) २८७ २ पारिभापिक शब्द सूची
४०७ ३ पारिभाषिक शब्दो का व्याख्या कोष
४१४
२३६
*
२३७
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