Book Title: Jain Gitavali
Author(s): Mulchand Sodhiya Gadakota
Publisher: Mulchand Sodhiya Gadakota
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२१
राखियौ मोरे रामाना ॥ ये है सतगुरुकी सीन हमारे रामाना ॥१२॥ यह दयाचंद निन गाइये मोरे रामाना ।। ये गारी सब हितकार हमारे रामाना ॥१॥
(२०) ("हमारे रामाना" की घाल-च्याहमें) धरम तला की पाराना, मोरे रामाना,सतगुरु सपरन जॉय हमारे रामाना ॥ टेक ॥ ऐसी कुमति कहां पायी मोरे रामाना ॥ दुर्गति को लेजाय हमारे रामाना ॥१॥ काड़ी कुमति दारी याहिर मोरे रामाना ॥ तोहि मत गुरु दई निकराय हमारे रामाना ॥२॥जा नर देही पा. इयो मोरे रामाना ॥ श्रावक कुल अवतार हमारे रामाना ॥३॥ कुमति को घरदई पाराना मोरे रामाना। मुमति सखी लई साय हमारे रामाना ॥ ४॥ देवी टास जु गाइयो मोरे रामाना ॥ भाई दे जिनमत उपदेश हमारे रामाना ॥५॥
(२१) ("हमारे नामाना" की चार-च्याहमें) ऐसे चेतन मग भूलियो मोर नामाना ॥ टेक ॥ जिम मारगम कांदे ययं मारनामाना। निम मारग दिगमन जाय हमारे नामाना ॥१॥ मो मारग काना फही मारे नामाना । निहि मारग मंद बनार हमारे नामाना॥

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