Book Title: Jain Dharma Darshan Ek Samikshatmak Parichay Author(s): Mohanlal Mehta Publisher: Mutha Chhaganlal Memorial Foundation BangalorePage 10
________________ १. जैन परम्परा का इतिहास - जैनधर्म प्रतिमावाद एवं दिगम्बरत्व अर्हतों के अनुयायी - जैन संस्कृति तथा द्राविड़ संस्कृति जैनधर्म तथा बौद्धधर्म पार्श्व की ऐतिहासिकता नेमिनाथ एवं अन्य तीर्थंकर महावीर सुधर्मा, जम्बू, भद्रबाहु और स्थूलभद्र सम्प्रति खारवेल विषयानुक्रम कालकाचार्य और गर्दभिल्ल मथुरा का जैन - स्तूप कुमारपाल और हेमचन्द्र दिगम्बर और श्वेताम्बर २. जैन धर्म-दर्शन का साहित्य आगम आगमिक व्याख्याएँ कर्मप्राभृत और कषायप्राभृत धवला और जयधवला आगमिक प्रकरण तत्त्वार्थसूत्र सिद्धसेन समन्तभद्र मल्लवादी सिंहगणि पात्रकेशरी Jain Education International For Private & Personal Use Only ३-२० om x ३ ४ ५ ६ ७ ८ ८ १४ १६ १७ 9 9 १७ १८ १८ १९ २१-९४ २१ ५६ ५९ ६६ ६७ ६८ ७२ ७७ ८० ८१ ८२ www.jainelibrary.orgPage Navigation
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