Book Title: Jain Dharm aur Vidhva Vivaha 02
Author(s): Savyasachi
Publisher: Jain Bal Vidhva Sahayak Sabha Delhi

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Page 10
________________ * धन्यवाद * इस हैक के छपवाने के लिये निम्नलिखित महानुभावों ! ने सहायता प्रदान की है, जिनको सभा हार्दिक धन्यवाद देती है, साथ ही समाज के अन्य स्त्री पुरुषों से निवेदन करती है कि व भी निम्न श्रीमानों का अनुकरण करके और अपनी दुखित बहिनों पर तरस खाकर इसी प्रकार सहायता प्रदान करने की उदारता दिखला : २५) ला० धनकुमार जी जैन कानपुर । २१) गुप्तदान ( एक जैन ) कानपुर । २०) गुप्तदान (एक वकील) लखनऊ। १० ला० रामजीदास सटर बाजार देहली। १०) चा० उलफतराय इंजीनियर देहली। १०) वा० महावीर प्रसाद देहली । १०) ला० किशनलाल देहली। १०) ला० गुलाबसिंह वजीरीमल देहली। १० ला० भोलानाथ मुखतार वुलन्दशहर। १०) वा० माईदयाल ची० ए० आनर्स अम्बाला । १० ला० केशरीमल श्रीराम देहली । १०) ला० ललताप्रसाद जैन अमरोहा। १०) बा० पचमलाल जैन तहमीलदार जबलपुर । १०) ला० विशम्भर दास गार्गीय झांसी। १०) गुप्तदान (एक बाबू साहब ) देहली। १०) गुप्तदान (एक बावू साहब ) केराना । १०) गुप्तदान ( एक ठेकेदार साहब ) देहली। १०) गुप्तदान ( एक रईस साहव ) विजनौर । ५)गुप्तदान (एक सर्राफ़) देहली। ५) गुप्तदान ( एक जैन ) गोहाना ।

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