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तीन इन्द्रिय वाले जीव, 4. चतुरिन्द्रिय जाति - चार इन्द्रिय वाले जीव, और 5. पंचेन्द्रिय जाति - पाँच इन्द्रिय वाले जीव ।
1. एकेन्द्रिय जाति के जीव उन्हें कहते हैं, जिनके एक स्पर्शन इन्द्रिय (शरीर - त्वचा) ही पाई जाये। जैसे——— कच्ची मिट्टी, जल, आग, पेड़-पौधे, फल-फूल आदि।
हवा और
2. द्वीन्द्रिय जाति के जीव उन्हें कहते हैं, जिनके एक स्पर्शन (त्वचा), और दूसरी रसन ( जीभ), ये दो इन्द्रियाँ पाई जाएँ। जैसे—लट, शंख, जौंक और केचुआ आदि ।
3. त्रीन्द्रिय जाति के जीव उन्हें कहते हैं, जिनके एक स्पर्शन (त्वचा), दूसरी रसन ( जीभ), और तीसरी घ्राण (नाक), ये तीन इन्द्रियाँ पाई जाएँ। जैसे - चिउँटी, मकोड़ा, खटमल, जूं, और कुन्थुआ आदि ।
4. चतुरिन्द्रिय जाति के जीव उन्हें कहते हैं, जिनके एक स्पर्शन (त्वचा), दूसरी रसन ( जीभ), तीसरी घ्राण (नाक), चौथी चक्षु (आँख), ये चार इन्द्रियाँ पाई जाएँ। जैसे—- मक्खी, मच्छर, ततैया, भौंरा और बिच्छू आदि ।
5. पंचेन्द्रिय जाति के जीव उन्हें कहते हैं, जिनके एक स्पर्शन (त्वचा), दूसरी रसन ( जीभ), तीसरी घ्राण (नाक), चौथी चक्षु (आँख), और पाँचवीं कर्ण (कान), ये पाँच इन्द्रियाँ पाई जाएँ। जैसे—आदमी,
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