________________
( 38 )
चन्द्रगुप्त मौर्यवंश के प्रथम सम्राट् थे। उन्होंने सारे भारत और उसके आस-पास के देशों को जीतकर अपना विशाल साम्राज्य स्थापित किया। उनके राज्य में प्रजा बड़ी सन्तुष्ट और मालदार थी। चोरों, डकैतों का नाम तक न था । लोग अपने घरों में ताले तक नहीं लगाते थे। इस प्रकार आचार्य चाणक्य की सहायता से चनद्रगुप्त मौर्य ने भारत को स्वर्ग बना दिया।
जब सम्राट् वृद्ध हो गये, तब वे जैन मुनि बन गये। उन्होंने बड़ी दृढ़ता से जैन मुनियों के धार्मिक नियमों का पालन किया । वास्तव में चन्द्रगुप्त एक आदर्श राजा था।
अभ्यास
1. चाणक्य किस विद्या से सोना बनाते थे ? 2. वृद्धा ने चाणक्य से क्या कहा ?
3. चन्द्रगुप्त वृद्धावस्था में कौन बन गये थे ?
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org