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लक्ष्मी ! तुम धन्य हो। तूने कितना बड़ा उदार हृदय पाया था ? साधारण स्त्री होकर भी तूने लोभ न किया। एक विदेशी को केवल अपने धर्म-प्रेम के नाते अपना घर दिया, और घर में से निकलने वाली सब सम्पत्ति भी अर्पण कर दी। जैन इतिहास की यह अमर कहानी, विश्व को उदारता का पाठ पढ़ाने के लिए युग-युग तक प्रकाश देती रहेगी।
अभ्यास 1. यह कहानी कितनी प्राचीन है ? 2. लक्ष्मी ने कौन-सा बड़ा काम किया ? 3. सारी कहानी जबानी सुनाओ ?
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