Book Title: Dravya Gun Paryayno Ras Dravyanuyog Paramarsh Part 07
Author(s): Yashovijay
Publisher: Shreyaskar Andheri Gujarati Jain Sangh

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Page 358
________________ २६७२ પૃષ્ઠ દ્રવ્યાનુયોગપરામર્શકર્ણિકાગત સંદર્ભગ્રંથ (६७२) शास्त्रवार्त्तासमुच्चय २११, ३२९, ६२९, शिरोमणिग्रन्थ देखिए (६७४) शिवदृष्टि (६७५) शिवधर्मोत्तर. • પૃષ્ઠ १८२८, २३०२ ८२८, ११२४, ११४२, १२०७, १३५०, ( ६९०) षड्दर्शनसमुच्चय ( हरिभद्रसूरिकृत ) .. १०३२ १७२५, १७३९, १७४८, १७५६, (६९१ ) षड्दर्शनसमुच्चयबृहद्वृत्ति (तर्करहस्यदीपिका) १७६०, २२२८, २२६१, २२९२, ३६४, ३८६, ४०८, ४०९, ४१८, ४२६, ४२८, १४१३, १४१५, १५१९, १५२२, १६०३ शास्त्रवार्त्तासमुच्चयबृहद्वृत्ति देखिए स्याद्ववादकल्पलता (६९२) षड्द्रव्यविचार. ४७७, ६७०, ७१३, ९२९, (६७३) शास्त्रवार्त्तासमुच्चयस्वोपज्ञटीका (दिक्प्रदा) १४०९, १६३१, २०९९ . ११४२ (६९३) षड्द्रव्यस्वभाव - नयविचारप्रकरण. १४८९, १४९२, १५४४ २३५९ तत्त्वचिंतामणिदीधितिटीका (६९४) षड्भाषाचन्द्रिका ९३४ २६२ (६९५) षष्टिशतक. २३४५ | (६९६) षष्टिशतकवृत्ति २४९२ ६६८,१६३८ (६९७) षष्ठकर्मग्रन्थ ( सप्ततिका). ............ ९८४ ७८८ | (६९८) षोडशक . २६, १५४, ३२४, ४३९, ६१९, ६९२, ८०२, २०७९, २२५५, २२५७, २३७९, २३८३, २४०४, २४११, २४१५, २४१६, २४२१, २४३२, २४४०, २४४२, २४४३, २४५४, २४५५, २४६०, २४६१, २४६६, २४६८, २४७०, २४७२, २४७३, २४७५, २४८४, २४८६, २५३१, २५३९, २५४४, २५७९ षोडशक उपवृत्ति देखिए कल्याणकन्दली षोडशकवृत्ति देखिए योगदीपिका संन्यासगीता संवेगरङ्गशाला.. (६७९) शीलप्राभृत (६८० ) शुद्धाद्वैतमार्तण्ड. (६८१) शैवपरिभाषा . (६८२) श्राद्धजीतकल्पवृत्ति . (६८३) श्राद्धविधिवृत्ति . (६८४) श्रावकप्रज्ञप्ति परिशिष्ट-७ (६७६) शिवसूत्र (६७७) शिशुपालवध. (६७८) शिष्यहितावृत्ति (न्यायप्रवेशकशास्त्रवृत्ति) २३४६, २४८३ ११५, ६८७ २४२५ ३०३,३०४ .... १९५१ २३५६,२५९५ षट्खण्डागमवृत् देखिए २५१४ ४५२, ९३०, १०३०, १५४४, १५६०, २२५६, २२७३, २३६८, २४४४, २४५२ ( ६८५ ) श्रीपालकथा २१९२, २२०३,२२८२, २३०६ (६८६) श्रीमद्भागवत १५३५ (६८७) श्वेताश्वतरोपनिषद् १०७७, २३४४ धवला • દ્રવ્યાનુયોગપરામર્શકર્ણિકાગત સંદર્ભગ્રંથ १०३२ (६९९) (७००) २४६८ .........७७, ६९८, १२६८, १३४३, २०४६, २१३३, २१६८, २१९७, २२३९, २२५६, २२८५, २३४३, २३५०, २३६८, (६८८) षड्दर्शनपरिक्रम २५८१, २५९१ ( ६८९ ) षड्दर्शनसमुच्चय ( मलधारिराजशेखरसूरिकृत) (७०१) संवेदनप्रबन्ध (= संवेदननी सरगम - पुस्तक) ९२७, १०३२, .....२०२०, २२८७

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