Book Title: Dravya Gun Paryayno Ras Dravyanuyog Paramarsh Part 07
Author(s): Yashovijay
Publisher: Shreyaskar Andheri Gujarati Jain Sangh
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दृष्टांत .
(i) मृद्घट (ii) सुवर्णघट (हेमघट)
(iii) घृतघट. (iv) सच्छिद्रघट
चक्र
चक्री
'घट' पद
घटकारणता
(v) खण्डघट
(vi) घटचतुष्क (द्रव्यादि) (vii) निच्छिद्रघट
(viii) पक्वघट
(ix) अपक्वघट (आमघट)
(x) रक्त - श्यामघट.
घटरूप
घटाकार
घटिका
घृत
घृतशक्ति
घोरशत्रु घोष
२११८, २१२०, २२८५
११३२-११३८,
११४२,११५१,११६७, चन्द्रद्वितय ११९८-१२०२,२११८, २२८५ चन्द्रप्रभ ( तीर्थंकर) . ९७ | चित्रकर्मनिपुण
चक्षुष्मान्.
चन्दन
चन्दनगंध
परिशिष्ट- १४ • पृष्ठ दृष्टांत
.... ३३१,१३३०,१७९१ चित्रगु
चन्दनचाक्षुष चन्द्र (शशी + राकेश)
४४६,१३२१ | चित्रज्ञान (चित्रसंविद् ).
४५९ - ४६० चित्रपतंग
. १७९९ चिन्तामणि .....
. १७९१ | चिलतिपुत्र
१७९१,२३६३ चीवर.
४४६ चैत्यकर्म २०८९ चैत्र.
१४२७ | छाया .... १३७२ छायाचित्रयंत्र. १९८१-८३ जटी
१३० जनक- पुत्र
१५५,८४०,१०८६,१९९९, जन्मांध ( जात्यंध)
१९९४,२००६,२०२३
१४४-१४५ जमालि
जल
........ २२८८-२२९० ५७० - ५७४, ५७६-५७७, ५८०,
७२३,७२७,१४८७,१९८४-१९८६,
१९८८,१९९४
३०३,३०५,८९६,१३१४,१५७१ जलकल्लोल १९५८,२१६८, २३७३ |जाल
३७४ | जिन (तीर्थंकर) ७२८ जिनबिंब
२७९३
पृष्ठ
१०८३,११०१,१९१९,१९९४, २०३२,२१२०, २४९३, २५८७
४६९
२०२१
३७४
२३८५, २४६० जीवच्छरीर
......... १४६४ ज्ञानाग्नि १२६,४७०,६३१, ज्ञेयाकार
२०८४
२२६३, २३७९-२३८०, २४२६, २४७८
२४१३
३०३
२३००
.......२०६ ११९८३-११९६
_९८१,१२२७,१२४०
१४१३,१७०४,२५७५
३७४,६०३, १०८३, १०८८१०९०, २२६३, २२८४, २३११-२३१४, २४७७
२३०५
१०७१
... ७२७
४४२
...... ३६८-३६९,४०७,४१३,६३१, ७६५,७७२,७९३,११२५, ११६५,
१४३२,१४३५-१४३६, १४५१,१६७१,
१७८२,१७८७,२१०१,२२१४
२२३६
२५३४
२३७६, २५९८
१०९४
२०३६
२३४५
१२८०- १२८३,१९१३
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