Book Title: Dravya Gun Paryayno Ras Dravyanuyog Paramarsh Part 07
Author(s): Yashovijay
Publisher: Shreyaskar Andheri Gujarati Jain Sangh

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Page 488
________________ २८०२ • परिशिष्ट-१४ . दृष्टांत ........................................... पृष्ठ | दृष्टांत ........................................... पृष्ठ सेटिका ............................... २१०३-०५ | स्फटिक.............. १७४२,१९१४,१९३३,२५६३ सेना (सैन्य + अनीक)........ २८४,२५१३-२५१४ स्फोटक.. .......................... १९२७,२४४५ सोमिल ..................... १०४१-१०४२ स्वगृहदाह ....... २५६० सौरभेयीदोहन ............................... २९७ | स्वप्न .......................... १६९,३२८,११९५ स्कन्ध .............. १३६७,१४०९,१५६३,१५७७, ___ (१) शुक्ल स्वप्न ............ २४५६,२४७० १५८६,१६६८,२२१३,२२१७ | (२) दिवा स्वप्न .................... २४३६ (१) स्थूलस्कन्ध ...................... ८७० | स्वयंभूरमणसमुद्र ..........८७० | स्वयभूरमणसमुद्र .......................... १९३८ (२) सूक्ष्मस्कन्ध ...................... २०६० | स्वर................................ १००२,१०४८ (३) महास्कन्ध ....................... २२१४ | स्वर्णनिगड (कांचननिगड)................. २४३२ (४) अश्वादिस्कन्ध (हयादिस्कन्ध) ..८५२-५४, स्वस्तिक ... ........ २७४ ८७० | हंस .. ........ ९७१,२०३२-२०३३ स्कन्धक मुनि .......................... ४५२,५९२ | हृत्पद्म ............... स्तंभ ... ..................३२८ | हनुमत् ....... ................३६६ स्तेन ............................... २३२३-२३२४ | 'हरि'पदार्थ......... ................ ५२० स्त्री ........... २२५९-२२६१,२३१४,२३५६-२३५७ | हस्त (पाणि) ...... २६५ स्थाणू ....... ...... २३३० हस्तिपक........ ..........३९१ स्थास............... १३०,१३१-१३२,४५३-४५५, | हस्ती (गज + करी) .................. ३९०,६०३, १११४,१२३०,१२३९, १०८८-१०९०,१२१८,२१४३ १५६१-१५६२,१७८२, | हार ................३४८ १७८७,१९७७ | हिमवृष्टि (हिमवर्षा) ................ १९७३,२५२७ स्थूणा .... ५८१ | हिमाचल (हिमालय)........ १८१०,१८९४,२५४९ ................. १९६९

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