Book Title: Dravya Gun Paryayno Ras Dravyanuyog Paramarsh Part 07
Author(s): Yashovijay
Publisher: Shreyaskar Andheri Gujarati Jain Sangh
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• परिशिष्ट-१४ .
२७९९
योग ......
रजत.....
दृष्टांत .. ........... पृष्ठ | दृष्टांत .........
.......... पृष्ठ . १०७८ वंध्यापुत्र ...... .................१३४ योगी ...
२३८१ | वज्र........ ....... १०७४-१०७५,२१०१ .. २४४४ | वन .....
............ २८४,१९७३ रजोहरणादि ......................... .. १०९४ वनस्पति .. .....................७७२,१६७१,२२१४ रज्जु ......................................... १०३ वप्र (दुर्ग).................८९३,८९५-८९८,१०७२ रजु-सर्प ........................ ४०४-४०५ वर्धमानक ............................. ११३७-३८ रत्न ............................ २८९,८९०,१०८३ | वल्कल ............................... ८९१-८९२ रत्नप्रभा. ............ ४२१,४६४-४६६,६८१-६८७ | वसति .. ४९५,१००२,१००६-१००८,१०४५-१०४७ रत्नराशि ................ १५४८-४९,१५५१,१९३८ | वस्त्र ................ २६२-२६३,८८९-८९३,१८८९ रत्नावली.........
........ १०६५ | वस्त्रकंपन ..... ....... १८८१-१८८७ रथ.....
..... १८०४ | वह्नि (अनल + अग्नि) ......................३६८रसांजन ................................... २४४७
३६९,४०७,४१३,७७२,८३८,८७३, रागकेसरी .... २५७२,२५७७
११२५,११६५,१४३९,१४४२,१६७१, राजगृह ................................ ८९४-८९५ १७८२,१७८७,१८०७,१८४९,१९२८,२०१२ .........८९५ | वाधुषिक........
......... १८५९ राजा (नृप + नरपति).. ८०,१०६,३५४,७२८-७२९, | वायु ............७७२,१६७१,१७८२,१७८७,२२१४
८०३-८०४,८३६,१५०८,२३०४,२३४७ | वासवश्री........................... १०७४-१०७५
................. ८९६-८९८ | वासी-चंदन .. .......... .......... २४७१ राम .................................. ३६६,१७८५ | वासुपूज्य (तीर्थंकर)....................... २०२१ रावण.....
..........३६६ | वाहीक .... ........५८०,१९१७-१९२०, राष्ट्र ................................... ८९७,८९८
१९८४-१९८७,१९९१-१९९७ रासभ..
... ९३२ विंध्याचल ..
........ १८१०,१८९४ राहुशिर ................. २४७ | | विकृतिप्रतिबद्ध
...... २३६५ ... १६४१ विज्ञानसंतति .. रुचक.... ................... ११३८ विण्मूत्रपिठर.....
..... २४९३ रेण ..................................८४३,१८५२| विद्याधरेन्द्र ................................ २३७३ रोग (अनेकविध) .....................९९-१०० | विद्यासाधक. .............. ...... २५०४ लक्ष्मणरेखा ...... ..................... १४४५ | विद्युत् .............. ....... ११२०,१३५९-१३६० लवण................................ ३६६,१७८५ | विनय...............
...........८३९ लोष्ट..... ..... १५७५ विनयरत्न .........
........ २८ लोह .......
............... २५३१ | विमान .................................... २२१४
राजधानी
राज्य
.......
-
...
...... १२८२
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