Book Title: Dravya Gun Paryayno Ras Dravyanuyog Paramarsh Part 07
Author(s): Yashovijay
Publisher: Shreyaskar Andheri Gujarati Jain Sangh
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.. २४२६
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• परिशिष्ट-१४ •
२७९१ दृष्टांत ........................................... पृष्ठ | दृष्टांत ..............
..........पृष्ठ कर्पास ...................................... ८९१ कुत्रिकापण .. कर्पासरक्तता ..................... १७५६ कुदेव .............
१७० कर्पूर. .................. २२६-२२८ | कुन्त ..............
...... ७२७,८९६ कर्पूरगंध ........................... १७२४-१७२८ कुबेर ............. ..................७२९ कर्बट ........ .................८९५ कुमानुष्य..
.......१७० कर्मकर ............... ................... ६३५ कुल ..........
......७३० कलमअंकुर ........... २००८ कुलवालक
..... २३०५ कल्पतरु (सुरद्रु + सुरतरु).......... २३७२,२४२६, कुलाल ............ २९४,३०७,३१८,१५०२,१५५२
२५८७,२६१५ | कुशल ............... १४८६-१४८७,१९८४,२४४६ कस्तूरिका ...................
......... १९२७ | कुसूल .............. १२९-१३२,१३६-१३७,१६५, काक . १९८६,२४९३
१६७,३८७,४५३-४५५,१११४, काकिनी ........ २२६३
१२३०,१२३९,१५६१-१५६२,१९७७ काणकदर्प ................................ २४७८ कूप.............
..........७२७ कामकुंभ.... . २४२६,२४७८ | कूर्मरोम ......
........ १७६५ कामधेनु (स्वर्धेनु) .................. २४२६,२४७८ कृमि ............ .............. ८८७,२४९३ कार्मणदेह
....... २०६० कृषीवल......... ....... ३७३,१४१३,१४१५ काष्ठ............. .................. ९५,८९७,२३९५ केयूर..
...... ६४३,२१२१-२१२२ काष्ठमोदक................................ १६४२ कोंटइल्ल ............. ...................... ३२ किंपाकफल........................ १६४१,२४१० | कोलाहल ................... १९२७-१९२८,२००९
......... २३७३ | कोविदार....... किन्नर.
.. २३७३,२५९९ कोश ........ ... १३०-१३२,४३६-४३७, किसलय ..... ......... १५०१
४५३-४५५,१११४,१२३०,१२३९, कीटक..... ........११६४
१५६१-१५६२,१९७७,२४९५ कीटमणि
..... २२५७ क्रमेलक ....... ............. ११७०,११७८ कुटुंब ......... १०७३ | क्रिया ..........
....... १०७६ कुड्य (भित्ति) ..................... २१०३-२१०५ | क्रियाहीन
....................४७ कुण्ड ......................... ४३३,१७७७,१८८९ / क्ष-किरणयंत्र
........ १०७० कुण्डल ............. २५६-२६२,४३२-४३३,६४७, क्षीर-नीर .................... २००५,२०३५-२०४२ ९६२,११४२,१२०६,२१२१ क्षुद्र .......
........८३७ कुण्डिका.................................... १३० | खदिरअंगार ............................... ११४२ कुण्डिकास्रवण .............. १०८६-१०८७,१०९३ | खद्योत
.... २२५८
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किंपुरुष........
...............४१९
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