Book Title: Dravya Gun Paryayno Ras Dravyanuyog Paramarsh Part 07
Author(s): Yashovijay
Publisher: Shreyaskar Andheri Gujarati Jain Sangh
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२६८४ દ્રવ્યાનુયોગપરામર્શકર્ણિકાગત ગ્રંથકાર
• परिशिष्ट-८ .
પૃષ્ઠ | દ્રવ્યાનુયોગપરામર્શકર્ણિકાગત ગ્રંથકાર
પૃષ્ઠ
९३८, ९५६, १०३६, ११५५, ११८०,
१३६१, १४२६, १४३४, १४५०, १४८५, १४८९, १४९२, १४९३, १५०१,
१४६५, १४८३,१४८८, १५७८, १५०८, १५३०, २०५३, २२९०
" १६१४, २०८४, २१८८ विबुधविमलसूरि ...................१०३६, १९५४ शारदातनय.............५६९, ५८४, ८३८, १७९३, विशालराजसूरि ............................ १७७०
१९८६, १९९२, १९९३ विश्वनाथ (न्यायसूत्रविवरणकार) ................. ८३६ | शालिकनाथ मिश्र ....... ....... १७१७ विश्वनाथपञ्चाननभट्ट (मुक्तावलीकार) .......... १०९, शाहराज (महाराज) ..........................१८०० ___१३२०, १९८३ शितिकण्ठ ...
...१९१८, १९४७ विश्वनाथकवि ... ५८१, ७२३, ८३८, १९८७, १९८८ शिवराजर्षि .
......... २४०७ विश्वशम्भु ..........................१७१०, २३९४ | शिवशर्मसूरि............................... २५२३ विश्वेश्वरसुधी (गागाभट्ट)........................ १११ | शिवादित्यमिश्र ............... १११, १५७, १०६९, वीरभद्राचार्य ............... ६९८, १२६८, १२७९, |
१५१३, १७९८ १८३३, २२७९, २२८५, २५२६ | शिवार्य (शिवकोटि दिगंबराचार्य) . ६९८,२२८५,२३४४ वीरसेनाचार्य ............ ५४३, ५८६, ६६७,७१७, शीलाङ्काचार्य .............. ७, १०, ३४, ४१, ४६, ७७०, ७९५, ८०६, ९१३, ९७६,
४८, १०३, ११३, २३५, ३०७, ३४५, १०१५, १०२०, १३९६, १५०९,
३४६, ३५४, ३७३, ३८६, ३८९, ४५५, १५५२, १७७७, १७८६, २३३२
५५७, ६१०, ७१६, ७१८, ७६६, ७७४, व्यास ............. १५३८, १५५५, १५७५, १६१०,
७९४, ७९६, ८०१, ८०७, ९४०, ९४७, २१९४, २३०३
१०१४, १०१५, १०९९, १२३३, १४७७, शङ्करमिश्र .................. १८८२, १८८६, १९४६
१५०४, १५०९, १५४०, १५४१, १५८१, शङ्कराचार्य ........... २६१, १६४०, १७६५, १८१५ १६७७, १७४७, १७४८, १७५६, १७७१, शांतिदेव ......
....... १७६४ १७७९, १७८६, १८५६, १९२१, १९६६, शाकटायन ..
..११७
२०८६, २३००, २६०४ शान्तरक्षित .......... १४५, १५३८, १६८१, १७३२, | शुभचन्द्राचार्य (दिगंबर)... ४३४, ६०८, ६७०, ७०८,
१८८५, १९४९
७१३, ७२१, ७३५, ७५४, ७६६, ८००, शान्तिचन्द्र उपाध्याय.........................११४
८१८, १०३९, १३८८, १६५०, १९७१, शान्तिसूरि (धर्मरत्नकार) ....................... २४०२ १९७५, १९८०, २००८, २०१६, २०५७, शान्तिसूरि (न्यायावतारवार्त्तिककार) .... ३७८, ११५१, २०५८, २०६३, २०६४,२०६७, २०७३,
१७६१
२१२०, २१४०, २१५६, २१६७, २२०५, शान्तिसूरि (वादिवेताल) ........... ४५, ११४, १६५, |
२२११, २२१४, २२२३, ७६४, ७८४, ९६०, ९७४, १२५०, शुभवर्धनगणी .......
...........२३३
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