Book Title: Anubhav ka Utpal
Author(s): Mahapragna Acharya
Publisher: Jain Vishva Bharati

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Page 10
________________ ३१ ३२ ३४ पारखी ३७ २९ कसौटी ३० सुन्दर या सुखी बालक्रीड़ा सदाचार ३३ कम अधिक उलझन ३५ अनुभूति का तारतम्य चीर ३८ लघु-गुरू ३९ सच्चाई की समझ ४० एक ही लौ ४१ लघुता का प्रसाद ४२ श्रद्धा और तर्क ४३ _ पर्दे के उस ओर ४४ दिशा की खोज ४५ जीवन के नैतिक मूल्य ४६ नियन्त्रण ४७ आत्मलोचन ४८ क्षमा ४९ सिद्धान्त और अनुभूति ५० आत्मा और व्यवहार ५१ ऊंचाई की आत्मा ५२ भूल और यथार्थ ५३ श्रद्धा ५४ साध्य के लिए ५५ नियन्त्रण और शोधन ५६ अध्यात्म ५७ समदर्शन ५८ आत्मदर्शन ५९ मर्यादा ६० यहां और वहां Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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