Book Title: Angpavittha  Suttani
Author(s): Ratanlal Doshi, Parasmal Chandaliya
Publisher: Akhil Bharatiya Sadhumargi Jain Sanskruti Rakshak Sangh

Previous | Next

Page 1421
________________ 1408 अंग-पविट्ट सुत्ताणि भंते ! समणेणं० आइगरेणं तित्थगरेणं जाव संपत्तेणं दुहविवागाणं दस अज्झ. यणा पण्णत्ता, तं०-मियापुत्ते य जाव अंज य, पढ मस्स गं भंते ! अज्झयणस्स दुहविवागाणं समणेणं जाव संपत्तेणं के अठे पण्णते? तए णं से सुहम्मे अण. गारे जंबु अणगारं एवं वयासी-एवं खल जंबू ! तेणं कालेणं तेणं समएणं मियग्गामे णाम णयरे होत्था वण्णओ, तस्स गं मियग्गामस्स णयरस्स बहिया उत्तरपुरस्थिमे दिसीभाए चंदणपायवे णामं उज्जाणे होत्था सवोउय...वण्णओ। तत्थणं सुहम्मस्स जक्खस्स जक्खाययणे होत्था चिराइए जहा पुण्ण भद्दे। तत्थ गं मियग्गामे णयरे विजए णाम खत्तिए राया परिवसइ वण्णओ। तस्स गं विजयस्स खत्तियस्स मियाणामं देवी होत्था अहीण....वण्णओ / तस्स णं विजयस्स खत्तियस्स पुत्ते मियाए देवीए अत्तए मियापुसे णामं दारए होत्था जाइअंधे जाइ. मए जाइबहिरे जाइपंगले य हुंडे य वायव्वे, णस्थि गं तस्स दारगस्स हत्था वा पाया वा कण्णा वा अच्छी वा णासा वा, केवलं से तेसि अंगोवंगाणं आगिई आगिइमेत्ते / तए णं सा मियादेवी तं मियापुत्तं दारगं रहस्सियंसि भूमिघरंसि रहस्सिएणं भत्तपाणेणं पडिजागरमाणी 2 विहरइ // 2 // तत्थ गं मियग्गामे णयरे एगे जाइअंधे पुरिसे परिवसइ, से गं एगणं सचक्खुएणं पुरिसेणं पुरओदंडएणं पगड्डिज्जमाणे 2 फुट्टहडाहडसीसे मच्छियाचडगरपहकरेणं अणिज्जमाणमग्गे मियग्गामे णयरे गेहे 2 कालुणवडियाए वित्ति कप्पेमाणे विहरइ / तेणं कालेणं तेणं समएणं समणे भगवं महावीरे जाव समोसरिए जाव परिसा णिग्गया। तए णं से विजए खत्तिए इमीसे कहाए लद्धढे समाणे जहा कणिए तहा णिग्गए जाव पज्जवासइ / तए णं से जाइअंधे पुरिसे तं महया जणसइं जाव सुणेत्ता तं पुरिसं एवं वयासी-कि णं देवाणुप्पिया ! अज्ज मियग्गामे णयरे इंदमहेइ वा जाव णिग्गच्छइ ?तए णं से पुरिसे तंजाइअंधपुरिसं एवं वयासीणो खल देवाणुप्पिया ! इंदमहेइ वा जाव णिग्गच्छइ, एवं खलु देवाणुप्पिया ! समणे जाव विहरइ, तए णं एए जाव णिग्गच्छति / तए णं से अंधपुरिसे तं पुरिसं एवं वयासी-गच्छामो णं देवाणप्पिया ! अम्हेवि समणं भगवं जाव पज्जवासामो। तए णं से जाइअंधे पुरिसे तेणं पुरओ-दंडएणं पुरिसेणं] पगडिज्जमाणे 2 जेणेव समणे भगवं महावीरे तेणेव उवागए 2 त्ता तिक्खुत्तो आयाहिणपयाहिणं करेइ 2 ता वंदइ णमंसइ वं० 2 ता जाव पज्जवासइ / तए णं

Loading...

Page Navigation
1 ... 1419 1420 1421 1422 1423 1424 1425 1426 1427 1428 1429 1430 1431 1432 1433 1434 1435 1436 1437 1438 1439 1440 1441 1442 1443 1444 1445 1446 1447 1448 1449 1450 1451 1452 1453 1454 1455 1456 1457 1458 1459 1460 1461 1462 1463 1464 1465 1466 1467 1468 1469 1470 1471 1472 1473 1474 1475 1476