Book Title: Ahimsa Vani 1952 06 07 Varsh 02 Ank 03 04
Author(s): Kamtaprasad Jain
Publisher: Jain Mission Aliganj

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Page 11
________________ अखिल विश्व जैन मिशन के प्रथम अधिवेशन 8 .. जनता लाभ उठा सके । बाबू कामता प्रसाद जी के सेवा के बारे में जो कुछ भी कहा जावे, कम ही होगा । हमें विश्वास है कि इस स्वर्ण अवसर पर सर सेठ जो वथा अन्य श्रीमान् चंचल सम्पदा का पूर्ण पुण्य लाभ उठावेगे। श्री मोती लाल जैन, बागौर हाउस, उदयपुर "...मिशन के द्वारा गत ३ वर्षों में प्रचार का कार्य जितना समुचित ढंग से हुआ है उतना अन्य संस्था द्वारा नहीं हुआ है।......मैं यह महसूप करता हूँ कि यदि इस मशन' को आवश्यकतानुसार मदद मिलती रही तो निकट भविष्य में अहिंसा धर्म का प्रचार आशातीत होकर देश विदेश की जन संख्या अहिंसा का पालन करने लगेगो ।...अापको मनोकामना एवं प्रायोजन सफत हो।" श्री उग्रसेन, जी जैन एम० ए०, एल० एल० बी, रोहतक "...श्रापके इस ncble misson के कार्य में मेरी सद्भावनाएँ तथा मे पूर्ण सहयोग है ।, मैं अधिवेशन की पूर्ण सफलता चाहता हूँ।" वैद्यभूषण श्री जयकुमार जी जैन, 'वत्सल', सिरोंज.. "...सम्मेलन की सफलता की कामना करता हूँ। मेरी भावनाएँ श्रारके साथ हैं।" श्री मन्नालाल जी चौधरी, सनावर "युगानुकून श्राप 'मिशन' का अधिवेशन कर धर्म प्रचार का प्रमुख कार्य करने जा रहे हैं। श्री वीर प्रभु से प्रार्थना है कि प्रारका प्रयत्न सफल हो।" .. श्री हरखचन्द्र जो बोथरा, बीकानेर "मैं मशन के अधिवेशन एवं अहिंसा सा• सम्मेलन-दोनों की सफलता चाहता हूँ।" श्री रतनेश कुमार जी जैन, संयोजक अ० वि० जैन मिशन, शाखा रांची । "अधिवेशन में सादगी, मितव्ययता एवं उद्देश्य-पूर्ति का विशेष ध्यान रखा जाय तो सर्वोत्तम रहे। "मेरी हार्दिक शुभकामनाएँ सदैव श्रापके साथ हैं।" श्री खुशालचन्द्र जी काशी विद्यापीठ, बनारस "हार्दिक भावना है कि अधिवेशन सफल हो और वीर शासन की प्रभावना हो।" श्री परमेश्वर लाल जैन 'सुमन', प्रधान मन्त्री, नगर काँग्रेस कमेटी, जैन भवन, समस्तीपुर.---"मैं अधिवेशन की पूर्ण सफलता चाहता हूँ।"

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