Book Title: Agam 27 Chhed 04 Dashashrut Skandh Sutra Sthanakvasi
Author(s): Atmaram Maharaj
Publisher: Padma Prakashan

View full book text
Previous | Next

Page 535
________________ w सूत्रानुक्रमणिका ..... पृष्ठ २३७ पृष्ठ १ सुक्क-मूले जहा रुखै दशा १० | से किं तं उवगरण-उप्पायणया ? पृष्ठ १२१ सुचत्त-दोसे सुद्धप्पा दशा १० | से किं तं वण्ण-संजलणया ? पृष्ठ १२४ सुयं मे आउसं तेणं भगवया से किं तं भार-पच्चोरुहणाया ? पृष्ठ १२५ एवमक्खायं, इह .दशा १ से किं तं सुयविणए ? पृष्ठ ११५ सुयं मे आउसं अट्ठ-विहा से किं तं वयण-संपया ? पृष्ठ १०१ गणि-संपया पृष्ठ ६३ से किं तं सुय-संपया ? पृष्ठ ६८ सुयं मे आउस, भिक्खु-पडिमाओ से किं तं किरिया-वाई यावि पण्णत्ताओ भवति ? दशा १० सुयं मे इह खलु थेरेहिं .. से जहा-नामए रुक्खे सिया दशा १० ___कयरे खलु ताओ पृष्ठ ३२ से णं भवति से जे अणगारा सुयं मे आउसं इह खलु थेरेहिं . भगवंतो दशा १० तं जहा पृष्ठ २६५ से णं तत्थ दारए भवति सुकुमालपाणिसुय-संपया पृष्ठ ६८ पाए जाव सुरूवे दशा १० सुयं मे आउसं से णं समणोवासए भवति सुयं मे आउसं तेणं - - एक्कारस अभिगतजीवाजीवे दशा १० उवासगपडिमाओ से णं तत्थ णो अण्णेसिं देवाणं अण्णं देविं पृष्ठ १६४ अभिमुंजिय परियारेति सुसमाहिएलेस्सस्स दशा १० दशा १० दशा १ सूर-प्पमाण भोई दशा १० सेणावतिमि निहते जहा। दशा १० से जहा-नामए केइ पुरिसे से किं तं आचार-संपया ? पृष्ठ ६६ से किं तं वायणा-संपया ? से भवति महिच्छे, महारम्भे दशा १० पृष्ठ १०२ से किं तं सरीर-संपया ? सेहे रायणियस्स उच्चासणंसि पृष्ठ ६१-६० पृष्ठ ६६ सेहे रायणियस्स परिसं से कं तं मइ-संपया ? पृष्ठ १०४ से किं तं पओग-मइ-संपया ? पृष्ठ ६१-६० सेहे रायणियस्स कहं से किं तं संगह-परिन्ना अच्छिदित्ता पृष्ठ ६१-६० नाम संपया ? पृष्ठ ११० सेहे रायणियस्स सिज्जासे किं तं आयार-विणए ? पृष्ठ ११३ पृष्ठ ६१-६० से किं तं विक्खेवणा-विणए ? . पृष्ठ ११७ | सेहे रायणियस्स-तीसे से किं तं दोस-निग्घायणा 'परिसाए पृष्ठ ६१-६० विणए? पृष्ठ ११८ सेहे रायणियस्स से किं तं साहिल्लया ? पृष्ठ ११२ | सिज्जासंथारगं पृष्ठ ६१-६० भेत्ता संथारए Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 533 534 535 536 537 538 539 540 541 542 543 544 545 546 547 548 549 550 551 552 553 554 555 556 557 558 559 560 561 562 563 564 565 566 567 568 569 570 571 572 573 574 575 576