Book Title: Agam 15 Upang 04 Pragnapana Sutra Shwetambar Agam Guna Manjusha
Author(s): Gunsagarsuri
Publisher: Jina Goyam Guna Sarvoday Trust Mumbai
View full book text ________________
過听听听听听听听听听听听听听听听听
SOF听听听听听听听听听听听听听听听听听听听听听听听听听听听听听听听听听听听听听听听听听听听听听听明
(१५) पण्णवणा पय १ . [१५]
$$$$$$$$$$$ $55 FOOS सुहुमसंपरायसरागचरित्तारिया ? सुहुमसंपरायसरागचरित्तारिया दुविहा पण्णत्ता । तं जहा पढमसमयसुहुमसंपरायसरागचरित्तारिया य अपढमसमयसुहुमसंपरायसरागचरित्तारिया य, अहवा चरिमसमयसुहुमसंपरायसरागचरित्तारिया य अचरिमसमयसुहमसंपरायसरागचरित्तारिया य; अहवा सुहमसंपरायसरागचरित्तारिया दुविहा पण्णत्ता । तं जहा संकिलिस्समाणा य विसुज्झमाणा य । से तं सुहमसंपरायसरागचरित्तारिया । १२३. से किं तं बादरसंपरायसरागचरित्तारिया ? बादरसंपरायसरागचरित्तारिया दुविहा पण्णत्ता । तं जहा पढमसमयबादरसंपरायसरागचरित्तारिया य अपढमसमयबादरसंपरायसरागचरित्तारिया य अहवा चरिमसमयबादरसंपरायसरागचरित्तारिया य अचरिमसमयबादरसंपरायसरागचरित्तारिया य; अहवा बादरसंपरायसरागचरित्तारिया दुविहा पण्णत्ता, तं जहा-पडिवाती य अपडिवाती य । सेत्तं बादरसंपरायसरागचरित्तारिया। सेत्तं सरागचरित्तारिया। १२४. से किफ तं वीयरागचरित्तारिया ? वीयरागचरित्तारिया दुविहा पण्णत्ता । तं जहा-उवसंतकसायवीयरायचरित्तारिया य खीणकसायवीतरागचरित्तारिया य। १२५. से किं तंभ उवसंतकसायवीयरायचरित्तारिया ? उवसंतकसायवीयरायचरित्तारिया दुविहा पण्णत्ता । तं जहा- पढमसमयउवसंतकसायवीयरायचरित्तारिया य अपढमसमयउवसंतकसायवीयरायचरित्तारिया य, अहवा चरिमसमयउवसंतकसायवीयरायचरित्तारिया य अचरिमसमयउवसंतकसायवीयरायचरित्तारिया य। से तं उवसंतकसायवीयरायचरित्तारिया । १२६. से किं तं खीणकसायवीयरायचरित्तारिया ? खीणकसायवीयरायचरित्तारिया दुविहा पण्णत्ता । तं जहा छउमत्थखीणकसायवीयरायचरित्तारिया य के वलिखीणकसायवीयरायचरित्तारिया य । १२७. से किं छउमत्थखीणकसायवीयरायचरित्तारिया ? छ उमत्थखीणकसायवीयरायचरित्तारिया दुविहा पण्णत्ता । तं जहा - सयंबुद्धछ उमत्थखीणकसायवीयरायचरित्तारिया य बुद्धबोहियछउमत्थखीणकसायवीयरायचरित्तारिया य । १२८. से किं तं सयंबुद्धछउमत्थखीणकसायवीयरायचरित्तारिया ? सयंबुद्धछउमत्थखीणकसायवीयरायचरित्तारिया दुविहा पण्णत्ता । तं जहा पढमसमयसयंबुद्धछउमत्थखीणकसायवीयरायचरित्तारिया य अपमसमयसयंबुद्धछउमत्थखीणकसायवीयरायचरित्तारिया य, अहवा चरिमसमयसयंबुद्धछ उमत्थखीणकसायवीयरायचरित्तारिया य अचरिमसमयसयंबुद्धछ उमत्थखीणकसायवीयरायचरित्तारिया य । से तं सयंबुद्धछउमत्थखीणकसायवीयरायचरित्तारिया । १२९. से किं बुद्धबोहियछउमत्थखीणकसायवीयरायचरित्तारिया ? बुद्धबोहियछउमत्थखीणकसायवीयरायचरित्तारिया दुविहा पण्णत्ता । तंजहा पढमसमयबुद्धबोहियछउमत्थखीणकसायवीयरायचरित्तारिया य अपढमसमयबुद्धबोहियछउमत्थखीणकसायवीयरायचरित्तारिय, अहवा चरिमसमयबुद्धबोहियछउमत्थखीणकसायवीयरायचरित्तारियाया य अचरिमसमयबुद्धबोहियछउमत्थखीणकसायवीयरायचरित्तारिया य। सेत्तं बुद्धबोहियछउमत्थखीणकसायवीयरायचरित्तारिया। सेतं छउमत्थखीणकसायवीयरायचरित्तारिया । १३०. से किं तं केवलिखीणकसायवीयरायचरित्तारिया ? केवलिखीणकसायवीयरायचरित्तारिया दुविहा पण्णत्ता । तंजहा सजोगिकेवलिखीणकसायवीयरायचरित्तारिया य अजोगिकेवलिखीणकसायवीयरायचरित्तारिया य। १३१. से किं तं सजोगिके वलिखीणकसायवीयरायचरित्तारिया ? सजोगिके वलिखीणकसायवीयरायचरित्तारिया दुविहा पण्णत्ता । तं जहा पढमसमयसजोगिकेवलिखीणकसायवीयरायचरित्तारिया य अपढमसमयसजोगिकेवलिखीणकसायवीयरायचरित्तारिया य, अहवा चरिमसमयसजोगिकेवलिखीणकसायवीयरायचरित्तारिया य अचरिमसमयसजोगिकेवलिखीणकसायवीयरायचरित्तारिया य । सेत्तं सजोगिकेवलिखीणकसायवीयरायचरित्तारिया। १३२. से किं तं अजोगिके वलिखीणक सायवीयरायचरित्तारिया ? अजोगिके वलिखीणक सायवीयरायचरित्तारिया दुविहा पन्नत्ता । तं जहा पढमसमयअजोगिकेवलिखीणकसायवीयरायचरित्तारिया य अपढमसमयअजोगिकेवलिखीणकसायवीयरायचरित्तारिया य, अहवा चरिमसमयअजोगिकेवलिखीणकसायवीयरायचरित्तारिया य अचरिमसमयअजोगिकेवलिखीणकसायवीयरायचरित्तारिया य । सेत्तं अजोगिकेवलिखीणकसायवीयरायचरित्तारिया । सेतं
केवलिखीणकसायवीयरायचरित्तारिया। सेत्तं खीणकसायवीयरायचरित्तारिया। सेत्तं वीयरायचरित्तारिया। १३३. अहवा चरित्तारिया पंचविहा पन्नत्ता । तं जहा - LOKOf
5555555
श्री आगमगुणमंजूषा - ९५० ##5555555555555555; fOOR
乐明明明明明明明明明明明明明明明明明明明明明明明明明明明明明明明明明明明明听听听听听听听听听听听听
Loading... Page Navigation 1 ... 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112 113 114 115 116 117 118 119 120 121 122 123 124 125 126 127 128 129 130 131 132 133 134 135 136 137 138 139 140 141 142 143 144 145 146 147 148 149 150 151 152 153 154 155 156 157 158 159 160 161 162 163 164 165 166 167 168 169 170 171 172 173 174 175 176 177 178 179 180 181