Book Title: Agam 15 Pannavana Uvangsutt 04 Moolam
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Agam Shrut Prakashan

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Page 78
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir तिर्हि अन्नाणेहिं तिहिं दंसणेहिं छट्ठाणयडिते से तेणद्वेणं गोयमा एवं वुच्चति-अजहण्णुक्कोसोगाहणगाणं नेरइयाणं अनंता पज्जवा पन्नत्ता, जहण्णहितीयाणं मंते नेरइयाणं केवतिया पज्जया पन्नत्ता गोयमा अनंता पजवा पनत्ता से केपट्टेणं भंते एवं वुच्चइ-० गोयमा जहण्णहितीए नेरइए जहण्णद्वितीयस्स नेरइयस्स दव्वठ्ठयाएतुल्ले पदेसट्ठयाएतुले ओगाहणट्ठयाए चउहाणवडिते ठितीएतुल्ले वण्ण गंध-रस-फास-पज्जवेहि तिहिं नाणेहिं तिहिं अन्नाणेहि तिहिं दंसणेहि य छट्ठाणवडिते एवं उकोसद्वितीए वि अजहण्णमणुक्कोसद्वितीए वि एवं चेव नदरं-सहाणे चउठाणवडिते, जहण्णगुणकालयाणं भंते नेरइयाणं केवतिया पजवा पनत्ता गोयमा अनंता पजवा पत्रत्ता से केणट्टेणं भंते एवं बुचत्ति-० गोवमा जहण्णगुणकालए नेरइए जहण्णगुण- कालगस्त नेइयस्स दबट्टयाएतुले पदेसट्टयाएतुल्ले ओगाहणट्ठयाए चउहाणवड़िते ठितीएचउट्ठाणवडिते कालवण्णपज्जवेहि तुल्ले अबसेसेहिं वण्ण-गंध-रस-फासपज्जवेहिं तिहिं नाणेहिं तिहिं अन्नाणेहिं तिर्हि दंसणेहिं य छटाणवडिते से तेणडेणं गोयपा एवं वुच्चति-जहण्णगुणकालयाणं नेरइयाणं अनंता पन्जवा पत्रता, एवं उक्कोसेणगुणकालए विअजहण्णमणुककोसगुणकालए वि एवं चेव नवरं-कालवण्णपज्जवेहि छट्ठाणवडिते, एवं अवसेसा चत्तारि वण्णा दो गंधा पंच रसा अट्ठ फासा माणियतव्वा, जहण्णाभिणिबोहियनाणीणं मंते नेरइयाणं केवतिया पञ्जवा पत्रत्ता गोयमा जहण्णाभिणिबोहियनाणीणं नेरइयाणं अनंता पजवा पनत्ता से केणडेणं भंते एवं वुचति-० गोयमा जहण्णाभिणिबोहियनाणी नेरइए जहण्णाभिणिबोहियनाणिस्स नेरइयस्स दवट्ठयाएतुल्ले पदेसट्ठयाएतुल्ले ओगाहणट्ठयाए चउडाणवडिते ठितीए चउट्ठाणवडिते वण्ण-गंध-रस-फासपज्जवेहिं छट्ठाणवडिते आमिणिबोहियनाणपज्जयहिं तुले सुतनाण-ओहिनाणपज्जवेहिं छठ्ठाणवडिते तिहिं दंसणेहि छठ्ठाणवडिते, एवं उक्कोसाभिणियोहियणाणी वि अजहण्णमणुक्कोसाभिणिवोहिनाणी वि एवं चेव नवरं-आभिणिबोहियनाणपज्जवेहिं सट्ठाणे छट्ठाणवडिते, एवं सुतनाणी वि नवरं - जस्स नाणा तस्स अन्नाणा नस्थिजहा नाणा तहा अन्नाणा वि भाणितव्या नवरं-जस्स अन्नाणा तस्स नाणा न भवंति, जहण्णचक्खुदसणीणं मंते नेरइयाणं केवतिया पञ्जवा पन्नत्ता गोयमा अनंता पज्जवा पनत्ता से केणडेणं भंते एवं वुञ्चति-० गोयमा जहण्णचखुदसणी णं नेरइए जहण्णचक्खुदंसणिस्स नेरइयस्स दवट्ठयाएतुल्ले पदेसट्ठयाएतुल्ले ओगाहणट्ठयाएचउठाणवडिते ठितीएचउट्ठाणवडितेवण्ण-गंध-स-फासपज्जवेहिं तिहिं नाणेहिं तिहिं अन्नाणेहिं छटाणवडिते चक्खुदंसणपज्जवहिं तुल्ले अचक्खुदंसणपअवेहि ओहिंदसणपञ्जवेहि य छट्ठाणबडिते, एवं उक्कोसचक्खुदंसणी वि अजहण्णमणुककोसचक्खुदसणी विएवं चेव नवर-सट्ठाणे छट्ठाणवडिते, एवं अचक्खुदंसणी वि ओहिंदंसणी वि।१११/-111 (३१६) जहण्णोगाहणगाणं मंते असुरकुमाराणं केवतिया पञ्जवा पनत्ता गोयमा अनंता पजवा पन्नत्ता से केणट्टेणं मंते एवं वुच्चति-० गोयमा जहण्णोगाहणए असुरकुमारे जहण्णोगाहणगस्स असुरकुमारस्स दबट्ठयाएतुलले पदेसट्टयाएतुल्ले ओगाहणट्टयाएतले ठितीए चउवाणवडिते वण्णादीहिं छहाणवडिते तिहिं नाणेहिं पञ्जवेहिं तिहिं अन्नाणेहिं दंसणेहिं य छट्ठाणवडिते, एवं उक्को-सोगाहणए वि एवं अजहण्णमणुक्कोसोगाहणए वि नवरं-उक्कोसोगाहणए वि असुरकुमारे ठितीए चउद्वाणवडितेएवं जाव थणियकुमारा।११२|-112 (३१७) जहण्णोगाहणगाणं भंते पुढविकाइयाणं केवतिया पजवा पन्नत्ता गोयमा अनंता पनवा पनत्ता से केणटेणं भंते एवं बुधति-० गोयमा जहण्णोगाहणए पुढविकाइए जहण्णो For Private And Personal Use Only

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