Book Title: Agam 15 Pannavana Uvangsutt 04 Moolam
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Agam Shrut Prakashan

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Page 139
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir पन्नता - 0//तल्लेसे उव्वइति इंता गोयमा कण्हलेसे नेरइए कण्हलेसेस नेरइएस उववज्जति कण्हलेसे उबद्दति जल्लेसे उववति तल्लेसे उमट्टति एवं नीललेसे वि काउलेसे वि, एवं असुरकुमारा वि जाव थणियकुमारा वि नवरं तेउलेस्सा अपहिया, से नूणं भंतेकण्हलेसे पुढविक्काइए पुच्छा० गोयमा कण्हलेस्से पुढविक्काइए कण्हलेस्सेसुपुढविक्काइएसु उववजति सिय कण्हलेस्से उबद्दति सिय नीललेसे उम्पति सिय काउलेसे उबट्टति सिय जन्लेसे उववशति तल्लेसे उव्वदृति एवं नीलकाउलेस्सासु वि, से नूणं भंते तेउलेस्से पुढविकाइए तेउलेस्सेसुपुटविकाइएसु उववजइ पुच्छा हंता गोयमा तेउलेसे पुढविकाइए तेउलेसेसु पुदविक्काइएसु उववाति सिय कण्हलेसे उबति जाव सिय काउलेसे उबट्टति तेउलेसे उववअति नो चेय णं तेउलेस्से उबद्दति, एवं आउकाइयवणप्फइकाइया वि तेऊवाऊ एवं चेव नवर-एतेर्सि तेउलेस्सा नस्थि बि-तिय-चरिदेिवा एवं चेद तिसु लेसासु, पंचेदियतिरिक्खजोणिया मणूसा य जहा पुढविकाइया आदि-ल्लियासु तिसु लेसासु भणिया तहा छसु वि लेसासु पाणियव्या नवरं-छप्पि लेसाओ चारियवाओ, वाणमंतरा जहा असुरकुमारा, से नूणं मंते तेउलेसे जोइसिए तेउलेसेसु जोइसिएसु उववञ्जति जहेव असुरकुमारा एवं वेमाणिया विनवरं दोण्ह वि चयंतीति अभिलाओ, से नूणं भंते कण्हलेस्से नीललेस्से काउलेस्से नेरइए कण्हलेस्सेसुजाव काउलेस्सेसु नेदएस उववञ्जति कण्हलेस्से नीललेस्से काउलेस्से उबद्दति जल्लेस्से उववजति तल्लेसे उपवकृति हंता गोयमा कण्हलेस्स-जाव-काउलेस्सेसु उववद्धति जल्लेसे उव्वज्जति तल्लेसे उबट्टति, से नूर्ण मंते कण्हलेसे जाव तेउलेस्से असुरकुमारे कण्हलेस्सेसु जाव तेउलेस्सेसु असुरकुमारेसु उववञ्जति एवं जहेव नेरइए तहा असुरकुमारे विजाव धणियकुमारे वि, से नूणं भंते कण्हलेस्से जाव तेउलेस्से पुदविकाइए कण्हलेस्सेसु जाव तेउलेस्सेसु पुदविक्काइएसु उववज्जति एवं पुच्छा जहा असुरकुमाराणं हंता गोयमा कण्हलेस्से जाव तेउलेस्से पुढविकाइए कण्हलेस्सेसु जाव तेउलेस्सेसु पुढविक्काइएसु उववज्जति, सिय कण्डलेसे उब्बति जाव सिय काउलेस्से उव्यदृति सिय जल्लेस्से उववाति तल्लेसे उव्यति तेउलेसे उदवञ्जति नो चेवणं तेउलेस्से उबद्दति एवं आउक्काइय-वणप्फइकाइया वि माणिययव्या, से नूणं मंते कण्हलेस्से नीललेस्से काउलेस्से तेउक्काइए कण्हलेसेसु जाव काउलेसेसु तेउकाइएसु उदवजति कण्हलेसे जाव काउलेसे उमट्टति जालेसे उववाति तलसे उबट्टति हंता गोयमा कण्हलेस्से जाव काउलेस्से तेउक्काइए कण्हलेसेसु जाव काउलेसेसु तेउक्काइएसु उववअंति सिय कण्हलेसे उव्वदृति जाव सिय काउलेस्से उव्यदृति सिय जल्लेसे उववज्जति तल्लेसे उव्वट्टति एवं वाउक्काइया बेइंदियातेइंदिय-चउरिंदिया विमाणियब्वा, सेनूणं भंते कण्हलेसे जाव सुक्कलेसे पंचेदियतिरिक्खजोणिए कण्हलेसेसुजाव सुक्कलेसेसुपंचेदियतिरिक्खजोणिएसु उववजति पुच्छा हंता गोयमा कण्हलेसे जाव सुक्कलेस्से पंचेंदियतिरिक्खजोणिए कण्हलेस्सेसु जाव सुक्कलेस्सेसु पंचेंदियतिरिक्खजोणिएसु उववजति सिय कण्हलेस्सैसु उब्बति जाव सिय सुक्कलेस्से उबद्दति सिय जल्लेसे उववअति तल्लेसे उबद्दति एवंमणूसे विवाणमंतरेजहाअसुरकुमारेजोइसिय-वेमाणिए वि एवं चेद नवरं-जस्सजलेसादोण्ह विचवणं ति माणियव्यंा२२२१-2222 (४६०) कण्हलेस्से णं मंते नेरइए कण्हलेस नेरइयं पणिहाए ओहिणा सव्वओ समंता समभिलोएमाणे-सममिलोएमाणे केवतियं खेतं जाणति केवतियं खेत्तं पासति गोयमा नो बहुयं खेत जाणति नो बहुयं खेत्तं पासति नो दूरंखेतंजाणति नोदूरं खेतंपासति इत्तरियमेव खेत्तं जाणति For Private And Personal Use Only

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