Book Title: Agam 15 Pannavana Uvangsutt 04 Moolam
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Agam Shrut Prakashan

View full book text
Previous | Next

Page 144
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir पप-१७, उदेसो-४ दव्यठ्ठयाए असंखेनगुणा एवं जहेव जहण्णगा तहेव उक्कोसगा वि नवरं-उकोसत्ति अभिलाओ, एतेसिणं मंते कण्हलेस्सट्टाणाणं जाव सुक्कलेस्सट्ठाणाण य जहण्णुक्कोसगाणं दवट्ठयाए पएसदुयाए दव्य-पएसठ्ठयाए कतरे कतरेहितो अप्पा वा० गोयपासव्वत्योवा जहण्णगा काउलेस्सटाणा दव्वट्ठयाए, जहणया नीललेस्सट्ठाणा दबदुयाए असंखेजगुणाएवं कण्हलेस्सट्ठाणा तेउलेस्सटाणा पहलेस्सट्ठाणा जहण्णगा सुक्कलेसट्ठाणा दबट्टयाए असंखेनगुणा, जहण्णएहितोसुक्कलेस्सहाणेहिंतो दवट्ठयाए उक्कोसा काउलेस्सट्ठाणा दवट्ठयाए असंखेजगुणा, उक्कोसा नौललेसटाणा दव्वट्ठयाए असंखेनगुणा, एवं कण्हलेसट्टाणा तेउलेसट्टाणा पम्हलेसट्ठाणा उक्कोसा सुक्कलेस्सठाणा दव्वट्ठयाए असंखेनगुणा, पदेसट्टयाए-सव्वत्योवा पाहलेसट्टाणा उक्कोसा सुक्कलेस्सठाणा दव्वट्ठयाए असंखेजगुणा, पूढेसट्टयाए-सव्वत्योवाजहण्णगा काउलेस्सट्टाणा पएसट्टाए, जहण्णगा नीललेसहा सहपाए असंखेनगुणा एवं जहेव दबयाए तहेव पएसट्टयाए बि माणियवं नयरं-पएसट्ठयाए ति अमिलादविसेसो दव्वट्ठपएसद्वयाए-सव्वत्योवा जहण्णगा काउलेस्सटाणा दव्वट्ठयाए जहण्णगा नीललेसट्टाणा दब्वट्ठयाए असंखेनगुणा, एवं कण्हलेसटाणा तेउलेसटाणा पम्हलेसटाणा जहण्णया सुक्कलेसटाणा दव्वट्ठयाए असंखेजगुणा, जहण्णएहितोसुक्कलेसट्टाणेहिंतो दवट्ठयाए उक्कोसा काउलेसट्ठाणा दवट्ठयाए असंखेनगुणा, उक्कोसा नीललेसटाणा दव्यट्ठयाए असंखेनगुणा एवं कण्हलेसहाणा तेउलेसवाणा पम्हलेसटाणा उक्कोसगा सुक्कलेसट्ठाणा दन्चट्ठयाए असंखेनगुणा, उक्कोसएहितोसुक्कलेसट्टाणेहितोदव्वट्ठयाएजहण्णगाकाउलेसट्ठाणा पदेसट्टयाए अनंतपुणा, जहण्णगा नीललेसट्टाणा पएसट्टयाए असंखेनगुणा, एवं कण्हलेसहाणा तेउलेसवाणा पम्हलेसट्टाणा जहण्णगा सुक्कलेसाणा असंखेनगुणा, जहण्णएहितो सुक्कलेसहाणेहितो पदेसट्टयाए उक्कोसा काउलेसटाणा पदेसट्टयाए असंखेचगुणा, उक्कोसया नीललेसटाणा पदेसट्टयाए असंखे- जगुणा एवं कण्हलेसटाणा तेउलेसट्ठाणा पम्हलेसटाणा उक्कोसया सुक्कलेसट्ठाणापएसट्टयाए असंखेजगुणा।२३०!-230 सत्तरप्तमे पये चउत्यो उद्देसओ समतो. - पंच मो-उस ओ :(४९) कति णं पंते लेस्साओ पत्रताओ गोयमा छलेसाओ पन्नताओ तं जहा-कण्लेस्सा जाद सुक्कलेस्सा, से नणं मंते कण्हलेस्सा नीललेस्सं पप्प तारूवत्ताए तावण्णताए तामंधत्ताए तारसताए ताफासत्ताए भुजो-भुजो परिणमंति इतो आढतं जहा चउत्युद्देसए तहाभाणियव्वं जाव वेरुलियमणिदिलुतोत्ति, से नूणं भंते कण्हलेस्सा नीललेस्सं पपनो तारूवत्ताए जावनो ताफासत्ताए भुजो-भुञ्जो परिणमति हंता गोयमा कण्हलेस्सा नीललेस्सं पप्प नो तारूवत्ताए जाव नो ताफासत्ताए भुजो-भुजो परिणमति, से केणडेणं भंते एवं खुधति० गोयमा आगारमावमाताए वा से सिया पलिभाग-भावमाताए वा से सिया कण्हलेस्साणंसा नो खलु सानीललेस्सा तत्य गता उस्सक्कति से तेणद्वेणं गोयमा एवं युति कण्हलेस्सा नीललेस्सं पप्प नो तारूवत्ताए जाव भुजो-मुजो परिणमति, से नूणं मंते नीललेस्सा काउलेस्सं पप्प नो तारूवत्ताए जाव मुज्जनो-भुजो परिणमति हंता गोयमा० नीललेस्सा जाय परिणमति से केणट्टेणं मंते एवं बुच्चइ० गोयमा आगारभावमाताए वा से सिया पलिभागभावमाताए वा सिया नीललेस्साणं सा नो खलु सा काउलेस्सा तत्य गता उस्सकति वा ओसकूकति या सेतेणटेणंगोयमा एवं चुच्चइ-नीललेस्सा काउलेस्संपप्पनोतारूवत्ताए जाव मुज्जोमुजो परिणमति एवं काउलेस्सा तेउलेस्सं पप्प तेउलेस्सा पम्हलेस्सं पप्प पम्हलेस्सा सुक्कंलेस्सं पप्प, For Private And Personal Use Only

Loading...

Page Navigation
1 ... 142 143 144 145 146 147 148 149 150 151 152 153 154 155 156 157 158 159 160 161 162 163 164 165 166 167 168 169 170 171 172 173 174 175 176 177 178 179 180 181 182 183 184 185 186 187 188 189 190 191 192 193 194 195 196 197 198 199 200 201 202 203 204 205 206 207 208 209 210