Book Title: Agam 15 Pannavana Uvangsutt 04 Moolam
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Agam Shrut Prakashan
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पर-१५, उदेसो-२ दियतिरिक्खजोणियस्स जाव ईसाणस्स जहा असुरकुमारस्त नवरं-मणूसस्स पुरेक्खडा कस्सइअस्थि कस्सइनत्यित्ति भाणियव्यं, सणंकुमार जाव गेवेनगस्स जहा नेरइयस्स विजय-जावअपराजियदेवस्स अतीता अनंता बद्धेल्लगा पंच पुरेक्खडा पंच वा दस था पन्नरस था संखेना या सम्वट्ठसिद्धगदेवस्स अतीता अनंता बद्धेल्लगा पंच केवतियापुरेक्खडा पंच, नेरइयाणं भंते केवतिया भाचिदिया अतीता गोयमा अनंता केवतियाबद्धेल्लगा असंखेजा केवतिया पुरेक्खडा अनंता एवं जहा दविदिएस पोहत्तेणं दंडओ मणिओतहा भाविदिएम वि पोहत्तेणं दंडओ माणियव्यो नवरंवणप्फइकाइयाणं बद्धलगा वि अनंता, एगमेगस्स णं भंते नेरइयस्स नेरइयते केवतिया पाविंदिया अतीता गोयमा अनंता बद्धलगापंच पुरेक्खडा कस्सइअस्थि कस्सइनत्यि जस्सत्यि पंच वा दस वा पत्ररस वा संखेजा वा अप्संखेजा वा अनंता वा एवं असुरकुमारत्ते जाव थणियकुमारत्ते नवरंवद्धेल्लगा नस्थि पुढविक्काइयत्ते जाव वेइंदियत्ते जहा ददिबदिया तेइंदियत्ते तहेव नवरं-पुरेक्खडा तिणि वा छ वा नव वा संखेजा वा असंखेजा वा अनंता वा एवं चरिदियत्ते वि नवरं-पुरेक्खडा चत्तारिवा अदुवा बारस वा संखेना वा असंखेजा वा अनंता वा एवं एते चैव गमा चत्तारि नेयव्वाजे चेव दबिदिएसु नवरं-तइपगमे जाणियव्या जस्स जइ इंदिया ते पुरेक्खडेस पुणेयव्या चउत्थगमे जहेद दव्बेदिया जाव सव्वट्ठसिद्धगदेवाणं सवठ्ठसिद्धगदेवत्ते केवतिया पाविदिया अतीता नत्यि बद्धेल्लगा संखेजा पुरेखडा नत्थि।२०१1-201
•पनासमे पये कीओ उद्देसो समतो .पनरसमं पपं सपतं.
सोलसमं पओगपर्य (४३८) कइविहे णं भंते पओगे पनत्ते गोयमा पत्ररसविहे पओगे प० सचमणप्पओगे पोसमणप्पओगे सधामोसमणप्पओगे असच्चामोसमणप्पओगे एवं वइप्पओगे वि चउहा ओरालियसरीरकावपओगे ओरालियमीससरीकायपओगे वेरब्बियसरीरकायप्पओगे वेउब्बियमीससरीकापप्पओगे आहारगसरीरकायप्पओगे आहारगमीससरीरकायप्पओगे कम्मासरीरकायप्पओगे
२०२1-202 (४३९) जीवाणं मंते कतिविहे पओगे पन्नत्ते गोयमा पत्ररसविहे पओगे पन्नते तं जहासचमणप्पओगेजाव कम्मासरीरकायप्पओगे, नेरइयाणं पुच्छा गोयमा एककारसविहेपओगे पत्रत्ते तंजहा-सच्चमणप्पओगेजाव असत्रामोसवइपओगे वेउब्बियसरीरकायप्पओगे वेउब्बियमीसरीरकायप्पओगे कम्मासरीरकायप्पओगे एवं असुरकुमाराण विजाय यणियकुमाराणं, पुढविकाइयाणं पुच्छा गोयमा तिविहे पओगे प०-ओरालियसरीरकायप्पओगे ओरालियमीससरी कायप्पओगे कम्मासरीरकायप्पओगे एवं जाव वणफइकाइयाणं नवरं, वाउक्काइयाणं पंचविहे पओगे प० ओरालियसरीरकायप्पओगे ओरालियमीससरीरकायप्पओगे वेउव्यिए दुविहे कम्मसरीरकायप्पओगे य, येइंदियाणं पुच्छा गोयमा चउबिहे पओगे प० असञ्चामोसवइप्पओगे ओरालियसरीरकायप्पओगे ओरालियमीससरीरकायप्पओगे कम्मसरीरकायप्पओगे एवं जाव चउरिदियाणं, पंचेदियतिरिक्खजोणियाणं पुच्छा गोयमा तेरसविहे पओगे प० तं०-सन्त्रमणप्पओगे जाव असथामोसमणप्पओगे एवं वइप्पओगे वि ओरालियसरीरकायप्पओगे ओसलियमीससरीरकायप्पओगे
उब्बिए कम्मासरीरकायप्पओगे, मणूसाणं पुच्छा गोयमा पारसविहे पओगे प० तचमणप्पओगे जाव कम्मासरीरकायप्पओगेवाणमंतर-जोतिसिय-वेमाणियाणजहा नेरइयाणं।२०३1-200
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