Book Title: Agam 15 Pannavana Uvangsutt 04 Moolam
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Agam Shrut Prakashan

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Page 77
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ટ पन्नवणा- ५/-/-/३१० तिया पञ्चवा पत्ता गोयमा अनंता पाया पन्नत्ता, से केणट्टेणं मंते एवं युद्धति-० गोयमा यणस्सइकाइए वणस्सइकाइयस्स दव्वट्टयाएतुल्ले पदेहयातुल्ले ओगाहणट्टयाए चउट्ठाणवडिते ठितीए तिद्वाणवडिए वण्ण-गंध-रस- फास - पति अन्नाण- सुयअन्नाण - अचक्खुदंसणपज्जवेहिं य छड्डाणबडिते से तेणद्वेणं गोयमा एवं बुच्चंति वणस्सति-काइयाणं अनंता पजवा पत्रत्ता । १०६ । - 108 (३११) बेइंद्रियाणं पुच्छा गोयमा अनंता पजवा पन्नत्ता, से केणद्वेणं भंते एवं बुच्छति ० गोयमा बेईदिए बेइंदियस्स दव्वठ्ठयाएतुल्ले पदेसट्टयाएतुल्ले ओगाहणट्टयाए सियहीणे सियतुल्ले सियअब्पहिए-जदि हीणे असंखेज्जभागहीणे वा संखेज्जभागहीणे वा संखेज्जगुणहीणे वा असंखेज्जगुणहीणे या अह अब्महिए असंखेज्जभागमन्महिए वा जाव असंखेज्जगुणमन्महिए या ठितीए तिद्वाणवडिते बण्ण-गंध-रस-फास-आभिणियोहियनाण-सुथनाण-मतिअन्नाण-सुतअन्नाण अचक्खुदंसण- पञ्चवेहि य छड्डाणवडिते, एवं तेइंदिया वि एवं चउरिदिया वि नवरं दो दंसणा चक्खुदंसणं अचक्खुदंसणं च १०७/- 107 (३१२) पंचेंदियतिरिक्खजोणियाणं पञ्जवा नेरइयाणं तहा पाणियव्या । १०८ । 108 (३१३) मणुस्साणं भंते केवतिया पजया पत्रत्ता गोयमा अनंता पजवा पन्नत्ता से केणणं भंते एवं बुवति ० गोयमा मणुस्से मणुस्सस्स दव्वट्टयाएतुले पएसट्र्याए तुझे ओगाहणट्टयाए चउट्ठाणवडिते ठितीए चउद्वाणवडिते वण्ण-गंध-रस-फास-आभिणिबोहियनाग-सुतनाण-ओहिनाण-मणपजवनाणपञ्जवेहि य छट्टाणवडिते केवलनाणपञ्जवेहिं तुल्ले तिर्हि अन्नाणेहिं तिहिं दंसणेहि छडाणवडिते केवलदंसणपज्जवेहिं तुल्ले ।१०९/-109 (३१४) वाणमंतरा ओगाहणट्टयाए ठितीए य चउट्ठद्वाणयडिया वण्णादीहिं छाणवडिता जोइसिय- वैमाणिया वि एवं चेव नवरं - ठितीए तिट्ठाणवडिता । ११० -110 (३१५) जहण्णोगाहणगाणं मंते नेरइयाणं केवतिया पचवा पत्रत्ता गोयमा अनंता पजवा पत्रत्ता, से केणद्वेणं मंते एवं वुञ्चति ० गोयमा जहण्णोगाहणए नेरइए जहण्णोगाहणगस्स नेरइयस्स दव्वदुयातुल्ले पसट्टयाएले ओगाहणट्टयाएतुले ठितीएचउडाणवडिते वण्ण-गंध-रस-फासपञ्चवेहिं तिहिं नाणेहिं तिहिं अन्नाणेहिं तिहिं दंसणेहिं य छट्टाणवडिते, उक्कोसोगाहणयाणं भंते नेरइयाणं केवतिया पजवा पत्रत्ता गोयमा अनंता पचवा पत्रत्ता से केणट्टेणं भंते एवं बुबति-० गोमा उक्को सोगाहणए नेरइए उक्कोसोगाहणगस्स नेरइयस्स दव्वट्टयाएतुल्ले पदेसट्टायाएतुल्ले ओगाहणट्टयाएतुले ठितीए सियहीणे सियतुल्ले सियअष्महिए- जदि हीणे असंखेजभागहीणे या संखेज्जभागहीणे वा अह अन्महिए असंखेज्जभाग अन्महिए वा संखेज्ज - भागअब्भहिए वा वण्ण-गंधरस फासपञ्जवेहिं तिहिं नाणेहिं तिहिं अन्नाणेहिं तिहिं दंसणेहिं छट्ठाणवडिते, अजहष्णुक्को गाहणगाणं भंते रइयाणं केवतिया पजवा पन्नत्ता गोयमा अनंता पजवा पत्रत्ता से केणद्वेणं भंते एवं वुञ्चति ० गोयमा अजहण्णुक्कोसोगाहणए नेरइए अजहष्णुक्कोसोगाहणगस्स नेरइयस्स दव्ययातुल्ले पदेसयाएतुले ओगाहणट्टयाए सिएहीणे सियतुल्ले सियअब्भहिए- जदि हीणे असंखेजभागहीणे वा संखेज्जभागहीणे वा संखेज्जगुणहीणे वा असंखेनगुणहीणे वा अह अव्महिए असंखेजगभाग अब्पहिए वा जाव असंखेजगुण अव्महिए वा ढितीए सियहीणे सियतुल्ले सियअन्महिए- जदि हीणे असंखेज्जभागहीणे वा जाय असंखेज्ज गुण हिणेवा अह अन्यहिए असंखेज्जमान अव्महिए जाव असंखेज्ज गुण अव्महिए वा वण्ण-गंध-रस- फासपज्जवेहिं तिहिं नाणेहिं For Private And Personal Use Only

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