Book Title: Agam 15 Pannavana Uvangsutt 04 Moolam
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Agam Shrut Prakashan

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Page 82
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir पय-५ छट्ठाणवडिते, एवं उक्कोसाभिणिबोहियानाणी वि नवरं-आभिणिबोहियनाणपनवेहिं तुले ठितीए तिवाणवडितेतिहिंनाणेहिं तिहिंदसणेहिं छट्ठाणवडिते अजहण्णमणुककोसामिणिबौहियनाणीजहा उक्कोसाभिणिबोहियनाणी नवरं-ठितीए चउट्ठाणवड़िते सहाणे छट्ठाणवडिते, एवं सुयनाणी वि, जहण्णोहिनाणीणं भंते मणुस्साणं केवतिया पज्जया पनत्ता गोयमाअनंता पञ्जया पन्नत्ता से केपट्टेणं पते एवं बुधति० गोयमा जहण्णोहिनाणी मणुस्से जहण्णोहिनाणिस्स पणुस्सस्स दवट्ठयाएतुल्ले पएसट्टयाएतुल्ले ओगाहणट्टयाएतिद्वाणवडिते ठिईएतिहाणवडिते वण-गंध-रस-फासपज्जवेहि दोहिंनाणेहिं छट्ठाणयडिए ओहिनाणपजवेहिं तुल्ले मणपजवनाणपज्जवेहिंछट्ठाणवडिए तिहिंदंसहिं-छटाणवडिए, एवं उक्कोसोहिनाणी वि अजहण्णमणुक्कोसोहिनाणी वि एवं चेव नवरंओगाहणट्टयाए चउट्ठाणवड़िते सहाणे छट्ठाणवडिए, जहा ओहिनाणी तहा पणपज्जवनाणी वि भाणितब्वे नवरं-ओगाहणट्टयाए तिट्ठावणडिए जहा आभिणिबोहियनाणी तहा मतिअन्नाणी सुतअन्नाणी य भाणितब्बे, जहा ओहिनाणी तहा विमंगनाणी वि भाणियचे, चक्खुदंसणी अचक्खुदंसणी य जहा आभिणिबोहियनाणी ओहिदंसणी जहा ओहिनाणी जत्य नाणा तत्थ अण्णाणा नस्थि जत्थ अण्णाणातत्य नाणा नत्यिजत्य दसणातत्थनाणा वि अन्नाणावि, केवलनाजीणं मंते मणुस्साणं केवतिया पञ्जवा पत्नत्ता गोयमा अनंता पजचा पन्नत्ता से केणडेणं मंते एवं वुच्चइ-० गोयमा केवलनाणी मणुस्से केवलनाणिस्स मणुस्सस्स दव्वट्ठयाए तुल्ले पदेसट्टयाएतुल्ले ओगाहणट्ठयाएचउट्ठाणवडिते ठितीएतिहाणवडिते वष्ण-गंध-रस-फासपनवेहिंछट्ठाणवडिते केवलनाणपञ्जवेहिं केवलदंसणपज्जवेहि यतुल्ले एवं केवलदसणी चिमणुस्से पाणियच्चे।११६/-116 (३२१) वाणमंतरा जहा असुरकुमारा एवं जोइसिया वेमाणिया नवरं सट्ठाणे ठितीए तिवाणवडिते माणितव्वे सेत्तंजीवपज्जवा ।११७-117 (३२२) अजीवपज्जवाणं भंते कतिविहा पन्नत्ता गोयमा दुविहा प०-रूविअ-जीवपजवा य अरुविअजीवपज्जया य अरूविअजीवपज्जवणा णं भंते कतिविहा प० गोयमा दसविहा प० धम्मस्थिकाए धम्मत्थिकायस्सदेसे धम्मत्यिकायस्सपदेसा अधम्मस्थिकाए अधम्मस्थिकायस्सदेसे अधम्मस्थिकायस्स पदेसा आगासत्यिकाए आगासत्थिकायस्सदेसे आगासत्थिकायस्सपदेसा अद्धासमए।११८/-118 (३२३) रूविअजीबपञवाणं भंते कतिविहा पन्नत्ता गोयमा चउबिहाप-खंधा खंधदेसा खंधपदेसा परमाणुपोग्गले ते णं भंते संखेजा असंखेज्जा अनंता गोयमा नो संखेज्जा नो असंखेज्जा अनंता से केपटेणं भंते एवं बुचति-० गोयमा अनंता परमाणुपोग्गला अनंता दुपदेसियाखंधा जाव अनंता दसपदेसियाखंधा अनंतासंखेजपदेसियाखंधा अनंताअसंखेजपदेसियाखंधा अनंताअनंतपदेसिया खंधासे तेणठेमंगोयमा एवं युञ्चति ते णं नो संखेजा नो असंखेजा अनंता।११९-119 (३२४) परमाणुपोग्गलाणं मंते केवतिया पजवा पन्नत्ता गोयमा परमाणुपोग्गलाणं अनंता पजवा पनत्ता से केणद्वेणं भंते एवं वुति-० गोयमा परमाणुपोग्गले परमाणुपोग्गलस्स दबट्ठयाएतुल्ले पदेसठ्ठयाएतुल्ले ओगाहणट्टयाएतुल्ले ठितीए सिय हीणे सियतुल्ले सियअमहिए - जदि होणे असंखेजभागहीणे या संखेशभागहीणे वा संखेनगुणहीणे वा असंखेजगुणहीणे वा अह अमहिए असंखेजभागमब्महिए वा जाव असंखेजगुणममहिए वा कालवण्णपञ्जवेहिं सिवहीणे सियतुल्ले सिव अब्महिए-जदि हीणे अनंतभागहीणे वा असंखेन्जभागहीणे या संखेजमागहीणे वा For Private And Personal Use Only

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