Book Title: Agam 05 Ang 05 Bhagvati Vyakhyaprajnapti Sutra Part 02 Sthanakvasi
Author(s): Amarmuni, Shreechand Surana
Publisher: Padma Prakashan
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| चित्र परिचय-१ ।
Illustration No. 1
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दिन-रात की हानि-वृद्धि जम्बूद्वीप में दो सूर्य तथा दो चन्द्र निरन्तर गति करते हैं। जम्बूद्वीप के ४५-४५ हजार योजन क्षेत्र (लम्बाई) में एक-एक सूर्य प्रकाश करता है। जब सूर्य सर्वाभ्यन्तर मण्डल (सबसे भीतर का मण्डल) में होता है तब १८ मुहुर्त का
दिन तथा १२ मुहूर्त की रात (कर्क संक्रान्ति का प्रथम दिन) अर्थात् संवत्सर का सबसे बड़ा दिन १४ घण्टा ९ मिनट 卐 तथा सबसे छोटी रात होती है। अर्थात् ३० मुहुर्त के दिन-रात का ६ भाग प्रकाश क्षेत्र और ४ भाग अंधकार क्षेत्र होता। 卐 है। इस समय मेरु के पास सूर्य का प्रकाश क्षेत्र ९४८६५ रहता है, वह क्रमशः वृद्धि पाता हुआ समुद्र की तरफ का 5 प्रकाश क्षेत्र ९४५२६४२ तथा अंधकार क्षेत्र ६३०१९४८ एवं पूर्व-पश्चिम का किरण विस्तार ४७२६३२१ हो जाता है। क कर्क संक्रान्ति का यह प्रथम दिन आषाढ़ मास में आता है। फिर क्रमशः सूर्य सर्व बाह्यमण्डल की ओर प्रयाण करता है। तब उसका प्रकाश क्षेत्र क्रमशः घटता जाता है। अंधकार क्षेत्र बढ़ता जाता है।
जब सूर्य दक्षिणायन से उत्तरायण में प्रवेश करता है अर्थात सर्व बाह्य मण्डल के १८३वें मण्डल में गति करता है, तब सबसे बड़ी १८ मुहुर्त की रात तथा सबसे छोटा १२ मुहुर्त का दिन होता है। यह मकर संक्रान्ति का प्रथम दिन होता म है। इस समय मेरु के पास का प्रकाश विस्तार ६३२४६ तथा अंधकार क्षेत्र ९४८६१ होता है। जब दोनों सूर्य सर्व
बाह्य मण्डल में आते हैं, तब समुद्र की तरफ का प्रकाश क्षेत्र ६३६६३ योजन तथा अंधकार क्षेत्र ९५४९४१ योजन होती है।
प्रस्तुत चित्र में जम्बूद्वीप-लवण समुद्र में सूर्य का भ्रमण क्षेत्र दर्शाया है। यह चित्र बृहत्संग्रहणी आचार्य श्री यशोदेवसूरि कृत हिन्दी विवेचन के आधार से साभार लिया है।
-(शतक ५, उ. १, सूत्र ७-१३ तक)
जमऊ55555555555555555555555555555555555555555558
LONGER AND SHORTER DAYS AND NIGHTS Two suns and two moons continuously move around Jambudveep. Each of these suns covers an area of Jambudveep defined by 45 thousand Yojan long section of its circumference. When the sun is in its innermost orbit the day is 18 Muhurt long and the night is 12 Muhurt long. This is the day the sun enters the Cancer sign of the Zodiac (Kark Sankranti). It is the longest day (14 hours 9 minutes) of the year and the shortest night. This means that one sixth of the total 30 Muhurt span of the day has light and one fourth part has darkness. At this time the area covered by sunlight near Meru mountain is 9486% Yojans and the corresponding area of darkness is 6324 Yojans. It gradually increases and becomes 9452642 Yojans near the cost of Lavan Samudra, where the corresponding area of darkness becomes 6301948. This first day of Kark Sankranti falls in the month of Ashadh. Then the sun starts moving towards its outermost orbit and gradually the area covered by sunlight diminishes whereas the area of darkness expands.
Then the sun starts shifting back from the southern to the northern solstice it is moving in the outermost orbit, the 183rd. At that time the night is longest (18 Muhurt) 45 and the day is shortest (12 Muhurt). This is the first day of the sun entering the 45 Capricorn sign of the Zodiac (Makar Sankranti). At this time the area covered by 45 sunlight near Meru mountain is 6324 Yojans and the corresponding area of darkness is 94861 Yojans. It gradually increases and becomes 63663 Yojans near the cost of Lavan Samudra where the corresponding area of darkness becomes 954941
-Shatak 5, lesson-1, Sutra-7 to 13
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