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विलासबई-कहा
१६, २०
३२ (पंक्ति ४५-५२) कुल १० कडवको आ छंदमां रचायेला छे. (४) पादाकुलक
लक्षणः---गणव्यवस्था नथी, आदि 'ज'गण निषिद्ध, कुलमात्रा १६, अत्यानुप्रास, समचतुष्पदी
नीचे मुजबना ८ कडवकोमा आ छंद मळे छे. कविए घताना छंद तरीके पण आ छंद प्रयोज्यो छे, जेनी नोंध घत्ताना छंदोमां लीधी छे.
संधि
कडवक
२४ थी ३० ९, १७
लक्षणः -४ पंचकल, २० मात्रा, दरेक पंचकलनो अंत्य गुरु (लदादा लदादा लदादा लदादा) नीचेना कडवकोमा मळे छेसंधि
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लक्षण-४ पंचाल, २० मात्रा, दरेक पंचकलनो अंत्य लघु (दादाल दादाल दादाल दादाल) नीचेना कडवकोमा मळे छे
संधि
कडवक
६
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