Book Title: Vilasvaikaha
Author(s): Sadharan, R M Shah
Publisher: L D Indology Ahmedabad

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Page 296
________________ गन्धसमिद्ध-पुर-४.३.१ (गन्धसमृद्ध-पुर) एक गान्धर्व नगर गज्जणय-११.१४.४ (गर्जनक)-नगर-विशेष, गीजनी जयत्थल-२.६.१,२.१२.५ (जयस्थल)-नगर- विशेष तामलित्ति-१.५.४,२.२२.११,३.१३.९, ३.१९.८,४.११.३ (ताम्रलिप्ति) वंगदेशनी प्राचीन राजधानी नन्दणवण-१०.२५.२९- नन्दनवन) जैन मान्यता मुजब मेरुपर्वत पर आवेलु एक प्रसिद्ध वन. नंदासर-११.३.१० (नन्दीश्वर) एक द्वीप पंचालदेस-११.१ ३.१०-(पञ्चालदेश) देश विशेष, प्राचीन पंजाब बब्बरकूल-४.१३.१० (बर्बर-कूल)-अनार्य देश विशेपनो कोठो बारवइ-१५.३८.७ (द्वारामती) द्वारका मरहवास - १३.१०, १.३.१,४.२.८,११. (भारतवर्ष)-भारत-देश भाईरहिनई - ११.१३.११-(भागीरथी नदी) गंगा दी भुवण उर-११ ७.९ (भुवनपुर,-कल्पित नगर, संसाग्नु कल्पित नाम. मंदर १०.१६.३,१०.२३.१४ (मन्दर -- पर्वत विशेष, मेरु पर्वत मगह-१०.१४.१३ (मगध)-प्राचीन मगध देश मगोरहपूरण ६.१.१४.६.३.८ ५.३१.४ (मनोरथ-पूरण) ए. नामनु पर्वत-शिखर मलय-६.९.३,७.४.७,१.२५ ३० (मलय) मलय-पर्वतनो समीपवर्ती प्रदेश मलयागर-६.१.३,७.१.५ (मलयगिरि) मलय पर्वत मलयमहापण-९.१७.२ (मलपमहावन) मलय- प्रदेशमां आवेलु वन महाकडाह दीव-५.११.३ (महाकटाह द्वीप) द्वीप-विशेष. माणस-५.१५.१ (मानस)-प्रसिद्ध मानत सरोवर, मानसरोवर मालव-१०.१४.१३ (मालव)-माळवा मालवअ-देस १.२५.११ (मालवक देश) माळवा. मेरु-११.२.४ (मेरु) पर्वत-विशेष रहने उरचक्कवाल-७.५.१,८.२५.७,८.२८.१ (स्थनूपुरचक्रवाल)-नगर-विशेष लंका-११.२.६ (लंका)-प्रसिद्ध लंका-द्वीप, लाड-१०.१४.१३ (लाट)-लाट प्रदेश, गुजरातनो हालनो भरू चनी चोपासनो प्रदेश दक्षिण गुजरात विदेह-११.३२.६ (विदेह) क्षेत्र -विशेष, ____महाविदेह क्षेत्र विमल गरि-१..३७.१२,११.३९.८ (विमलगिरि) शत्रुजय-पर्वत, जैनोनु महान तार्थ, ज्यां भगवान ऋषभदेवनु मुख्य मन्दिर बीजा सेंकडो जिनालयो साथे छे. विलासउर-४.३.६ (विलासपुर)-नगर-विशेष वेयड्ढ - ४.२.१२,६.८.५,७.४.१२ ८.१.२ (वैताब्य)-पर्वत-विशेष वेयरणी नई -११.४.६ (वैतरणी-नदी)-वैत रणी नदी जे नरकमां होवानु मनाय छे. सत्थिमई-२.५.६ (स्वस्तिमती)-नगरी-विशेष सिंहल दीव-३.१३.१०,३.१९.९ (सिंहल द्वीप) लंका सिद्धकूड-४.८ २ (भिद्धकूट)-एक पर्वत-शिखर सिद्धखेत्त-६.८.९ (सिद्धक्षेत्र)-प्रदेश-विशेष सिद्धिनिलया-६.९.३ (सिद्धिनिलया) ए नामनी गुफा तिर उर-३.३.२,९.३१.११ (श्रीपुर)-नगर. विशेष सिरि पव्वय-४.१६.७ (श्री पर्वत) पर्वत-विशेष सोहल दीव-३.४.१०,३.५.६ (सिंहल द्वीप) लंका Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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