Book Title: Vilasvaikaha
Author(s): Sadharan, R M Shah
Publisher: L D Indology Ahmedabad

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Page 298
________________ २५ तामरस-३.१५.३,५.१६.७-(तामरस) कमळ पोफलितरु-४.१८.१ (पूगफली-तरु) फोफळताल-५.४.११-(ताल)-वृक्ष-विशेष सोपारीनु वृक्ष तिणीस-५.४.१४-(तिनिश)-वृक्ष-विशेष, फणस्स-५.४.१२ (पनस).-फणसनु वृक्ष तणछ फणिलया-४.१८.१ (फणिलता) वेलीतिलय-१.२१.५ (तिलक)-वृक्ष-विशेष विशेष, नाग-लता तेंदु-५.४.८ (तिन्दुक)-टिंबरु, हिं० तेंदू बंधुजीव-१.२३.११ (बन्धुज व)-पुष्प-विशेष, थल-कमल-१.२३.१ (स्थल-कमल)-जमीन बपोरियो पर उगनारु कमळ बब्बूल-५.४.१६ (बब्बूल)-बावळ, हिं० दक्ख-५.४.१५ (द्राक्षा)-द्राक्ष-वेली बबूलका पेड दब्भ-५.७.७ (दर्भ)-दर्भ बहेड-५.४.१ ० (बिभीतक)-बहेडानु वृक्ष. दाडिमी-५.४.१०,८.३६.६ (दाडिमी)- बिज्जउर-५.४.१५,३.१५.१ (बीजपूर)दाडमी बीजोरानु वृक्ष, बीजोरान फळ देवदार-५.४.१३ (देवदारु)-देवदार बिल्ल-५.४.९ (बिल्व)-बोली धत्तूरय-१.२६.४ (धत्तूरक)-धतूरो बेरि-५.४.१६ (बदरी)-बोरडी धम्मण-५.४.६ (दे०)-वृक्ष-विशेष मंदार-५.४.१३-(मन्दार)-वृक्ष-विशेष धव-५.४.६ (धव)-धावडो मल्लिया- ५.४.९,१.२१.६ (मल्लिका)धाई-५.४.६ (धातकी)-धावडी हिं० धाय ____ मोगरानो छोड, मोगराना पुष्प नग्गोह-५.४.५ (न्यग्रोध)-वड ___ महुय-तरु- ३.८.८ (मघूक-तरु)- महुडो नलिणी- ५.७.५ (नलिनी)-कमलिनो माहविलया- ४.१.१ (माधवी-लता)नागय-५.४.५ (नाग+क)-वृक्ष-विशेष मायंद- ५.४.८ (दे०)आंबो (दे० ना० ६. नारंग-५.४.५ (नारङ्ग)-नारङ्गीनु वृक्ष १२८) निंबय-५.४.१६ (निम्ब+क) मुंज- ५.४.४ (मुञ्ज)- मूंज, एक प्रकारचें नील-वारिरुह-५.१५.४ (नील-वारिसह)नील-कमळ मुणाल- ५.१५.९ (मृणाल)- कमळ-नाळ नीव-तरु-५.१४.१२ (नीप-तरु) कदम्ब-वृक्ष रत्त-कमल- ५.१५.७ (रक्त-कमल)-रातुं पलास-५.५.७,७.२६.१० (पलाश)-खाखरो कमळ पाडल-५.४.१२,१.६.११ (गटल)-पाटल- रत्तासोय-३.१८.८ (रक्ताशोक)-रातो गोल वृक्ष, पाटल-पुष्प रिउंज- ५.४.४ (१)- वृक्ष-विशेष पारियायय-५.४.१८ (पारिजातक)-पारिजातक लवंग -लया-५.५.५ (लवंग-लता ) लविगनी पिप्पल-५.४.७ (पिप्पल)-पीपळो पियंगुमंजरी-१.२१.८,५.५.७ (प्रियङ्गु वंजुल-५.४.७ ( वजुल )-वेतस-वृक्ष मञ्जरी) लता-विशेष वंदण-५.४.७ ( ? )-वृक्ष-विशेष ? पियाल-५.४ ७ (प्रियाल)-पियाल वड-५.२३.१०,११८.१२ ( वट)-वड पीलु-५ ४.७ (पीलु)-पीलुद्दी, वानडो विज्जय-५.४.१७. ( ? )-वृक्ष-विशेष पूग-५.४ ५ - (पूग) सोगरीनु वृक्ष वेइल्ल-५.४.९ (विचकिल्ल)-पुष्प-लता, बेला घास वेली Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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