Book Title: Vilasvaikaha
Author(s): Sadharan, R M Shah
Publisher: L D Indology Ahmedabad

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Page 278
________________ Vउभिद (उद्+भिद्)-१. विकसवु २. ऊंचु करवं, ऊभुं करवू १. उभिज्जमाण-१.२३.९ वर्त० कृ० २. उब्भिज्जमाण -८. ९.५ वर्त० कृ० उब्भिया -८.२८.४ ( उर्वीकृता) ऊभी करेली, ऊंची करेली उम्मेल्लिय ४. १०.६ (उन्मिलित) विकसित *उम्महिय १०. २३. ३ उत्कण्ठित उम्माहिअ ८ ३३. १२ उत्कण्ठित * उम्माहियअ १०. ११. ७ उत्कण्ठित * उम्मिंठ ३. ११. १२ महावत-रहित, निरंकुश (हाथी) उयय ३. १४. ११ (उदक) पाणी उयारण १०. ४. १२ ( अवतारण) ओवा. रणा उल्लबण ४. ६. १३, ५. २९. १२ (उल्लम्बन) लटकवू Vउल्लल (उत्+ ललू) उलळवू उल्ललंति ८.२१.१२वर्त ० तृ०ब० व० उल्ललेइ ७.१५. ३ वर्त ० तृ० ए० व० उल्लोय १०. ६.३ (उल्लोच) चंदरवो *उल्लोल ३. १. १० कोलाहल उवइ8अ ५. १.१ (उपदिष्टक) उपदेशेल उवणय ३.२१.१२, ११.११. १ (उपनय) उपसंहार उवप्पयाण- ७. १०. २,७. ११. १ (उप प्रदान) दाम नीति, लालच । Vउवलोह- (उप+लोभय) लोभावq उवलोहइ ४. २०.५ वर्त० तृ०ए०व० Vउव्वट्ट (उद्+ वृत्-वर्त्तयू) उबटवू उव्वगृह ११.१५.३ वर्त० द्वि०ए०व० उबट्टण ८. ३८. ३ (उद्वर्तन) उबटन उव्वरिय ३. १४. ६ (उवृत्त) बचो गयेल, अवशिष्ट उव्वार ६. १८. ११ (उद्धार) उद्धार, उगारो उव्विल्ल ६. १. ५ (उद्वेल) चपल,चंचळ उव्वेवणअ १. ६. १२ (उद्वेजनक) उद्वेग करावनार उसर ४. ५. ६ (अप्सर) चाल्या जवू ऊसरखेत्त ११. १७. ११ (ऊषर क्षेत्र) खारी जमीन ऊसा-जोग १०. २. १२ (ऊषा-योग) मुहूर्त-विशेष ऊसिय ३. ११. २ (उच्छित) उन्नत, ऊंचं __ करेल ऊसुय ३. ५. १ (उत्सुक) उत्सुक, उत्कंठित Vए (आ+इ) आवq एइ २. २०.९ वर्त० तृ०ए० व० एंति ८. ६.८ वर्त० तृ० ब० व० एकवक्क ११.२७.११ (एकवाक्य) एकवचनी एक्कंत १.१७. ११ (एकान्त) अवश्य, जरूर एक्कमेक्क- २. ११. ७ (एकैक)-प्रत्येक *एक्कल्लअ- ६.९.१ एकलो, असाधारण एगोयर- ३. १३. १२ (एकोदर)-सहोदर, भाई एगोवगयअ- ६. ५. ११ (एकोपगतक) एक साथे गयेल एत्तहि- १. ४. ३ (इतस)- अहींथी एमाइ- ११. ४. ७ (एवमादि)- इत्यादि एवहिं- ५. २.१२, १०. २२.११ (इदा नीम्)- अत्यारे (प्रा० व्या० ४. ४२०) एहउ- ४. १७. १२ (ईदृक्)-आवु एहु- १.३.१० (ईदृक्) आबु (प्रा० व्या० ४. ४०२) Vओगल-(उद्+ गलू)-ओगळवू ओगलंत-११ ११.४ वर्त• कृ० *ओढाविय- ५. २३. ४ ओढाड्यु (तुल० ओढण-दे० ना० १. १५५) ओणामिय ६ १२. २ (अवनामित)-नमन करेल Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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