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पौरव-पराक्रम-पदक
इस चित्र का आधार चांदी का एक पदक है जो इस समय ब्रिटिश म्यूजियम में सुरक्षित है। . एक भीमाकृति लौटे हुए हाथी पर दो योद्धा बैठे हैं। उनके पीछे एक अश्वारोही है। हाथी पर बैठे हुए पिछले योद्धा ने
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घूमकर अपनी भरपूर शक्ति से बछे का हाथ धुड़सवार पर चलाया है। यूनानी मुद्राशास्त्र के विशेषज्ञ श्री हेड महोदय के मत में, जिसे के निज हिस्ट्री के लेखक ने भी प्रमाण माना है (पृ० ३८९), यह पदक स्वयं सिकंदर के समय का है। श्री हेड के कथनानुसार इसमें पौरव-सिकंदर-युद्ध की एक
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