Book Title: Vaddhmanchariu
Author(s): Vibuha Sirihar, Rajaram Jain
Publisher: Bharatiya Gyanpith

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Page 411
________________ ३०८ वढमाणचरिउ असणिघोष - अश निघोष ( विद्याधर योद्धा ) ५।१८१९ अहिल - अखिल ८१४१८ ४।११।१ अहिसिंचिउ-अभिसिञ्चित अहिसेउ - अभिषेक २।१६ १० अहीणु - अ + हीन ( पराक्रमी ) retis - अध ३।२५।८ अहोमुहुँ - अधोमुख अहंगइ - अधमगति ५।२१।१३ २।५।१३ १।१४।७ १।१२।१३ ५।१४।४ आइजिणु - आदिजिन १०।२५।२ २।१०।१३ १०।३५।१३ असमाहि-असमाधि असमंजसु - असमंजस असराल-कष्टपूर्वक असरासइँ - दुष्टाशय असारु - असार असि - खड्ग असि - पंजरु-लोहेका पिंजरा असिफरु - असिफल ( शस्त्र ) असिलय- असिलता असु -प्राण असुद्ध - अशुद्ध असुहर - असुधर ( प्राणी ) असुहर - असुहर ग्राम (आश्रयदाता नेमिचन्द्रका निवास स्थल ) असुहासिया-अशुभाश्रित असुहु-अशुभ, दुख ६।१८।२ असेस - अशेष, समस्त १।५।१० असोय - अशोक ( वृक्ष ) १८२१, २२६८, ७५१५ असंख-असंख्य ४१०११३ ५।३।११ ३।१।७ १०१३३।९ १०।४।१ १०।७११४ असंतु-असन्त अहणसि अहर्निश अहमिदामर - अहमिन्द्र देव अहर-अधर, ओष्ठ अहरत्त - अहोरात्र अहरु - अधर अहवा - अथवा अहि-सर्प अहाण - अभिज्ञान ( अवधिज्ञान ) अहिणव - अभिनव ( नवीन ) अहणूण-अन्यून अहिमुख - अहिमुख अहिमुख- सम्मुख अहि-अरहनाथ अहि-शत्रु अहि-णि रोहिणि- अहितनिरोधिनी ( नामकी विद्या ) अहियर - अनेकविध हितकारी Jain Education International १०१४१।४ ' आकंदु-आक्रन्दन ३|८|७ आकंपिउ--अकम्पित ४१५१९ १।४।१४ १।१६।५ १०।३४।१८ १।६।३, २०१२१८ १०३८ २ ७।१२।१० ५।१७/५ १।१।११ ९/३/३ ४|१८|११ १।१।११ आउ - अप (कायिक जीव ) आउरा - आतुर आउलमणु-आकुलमन आउलिय-आकुलित आगच्छमाणु-आ + गम आगम - आगम (ग्रन्थ) [आ] आगहणमास-अगहनमास आगामि- आगामी आण--आज्ञा आणा - आयु (प्राण) आणंदण - आनन्दन आणंदु-आनन्द आमभायण - मिट्टीका बर्तन आयइँ - पूर्व में आयड्ढिय - आकर्षित आयण्ण - आकर्णय आयहे - अस्याः, आयहं - आगम में आयासु-आकाश आरासरु- आसक्त होकर आराह - आराध ( धातुः ) आरडिय - आरटित इसके For Private & Personal Use Only आरुह - आ + रुह (धातुः) आलइ-आलय आवइ-आपत्ति आवज्जिय-आवर्जित टाटाट २।१३१७, ६।१।१ १1१०1८ ३।१३।६ १०।२६।१ ४२११४ १०।७।१२ २।१५।१ १०।६।४ ९८४१९ ३|१२|८ ५।१३।१५ ७१४१८ २।१२।२ ३१४१३ १०|४|१० ९/२०१४ १० ३९१६ १।७।११ १०।७।११ १२१ १।९।१२,२।१२।३ ४।१५।१ ५।२१५ ५।८।४ ५।१२।१२ २।१३३५ ६।५।१२ १०/७/३ १०१३९॥८ २।२१।१३ ८१६९ ७११४|११ २।५।११ १०।२५।२ ५।१३।६ १।१५/३ www.jainelibrary.org

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