Book Title: Vaddhmanchariu
Author(s): Vibuha Sirihar, Rajaram Jain
Publisher: Bharatiya Gyanpith

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Page 452
________________ शब्दानुक्रमणिका ३४९ वंचिवि-वञ्च + इवि (ठगकर) २।२१।१० सगेहि-स्वगृहमें २।३१७ वंदणत्थु-वन्दनार्थ २।४।१२ सच्चरण-सदाचरण ८।३।३ वंदि-वन्दीजन १७।२,१।१२।५,२।५।१५ सचित्त-सचित्त (योनि) १०।१२।५ वंदियण-वन्दीजन ३।२।१२ सचेयण-सचेतन २।१११२ वंधु-बन्ध ६।१४।२,१०॥३९।२१ सज्जण-सज्जन २।१८।१ वंस-वंशा (नामक नरक) १०।२११६ सजण-स्वजन રા ? वंस-वंश ११५।३ सजणण-स्व-जनक २।१।११ वंस-बांस ५।७।१८ सजीओवओग-सजीवोपयोग ८।१०।४ वंसवण-वेणवन, बांसका वन ११५।३ सजीव-धणुह-ज्यासहित धनुष ३।१८।४ वंसवत्ता-वंशपत्र (योनि) - १०।१२।३. सजोइजिण-सयोगीजिन (गुणस्थान) १०॥३६॥९ वंसावत्ता-वंशपत्र (योनि) १०।११।४ सड्ढई-दुण्णि-सार्द्धद्वयम् (अढ़ाई) १।३३।१४ विझ-विन्ध्याचल २।१२ सण्णा-संज्ञा ८.१०५ विंझइरि-विन्ध्यगिरि ८।१७५ सण्णाह-सन्नाह (कवच) ८।१२।६ वितर-व्यन्तर (देव) १०।१३ सण्णाहु-सन्नाह ५।९।२ विभया-विस्मित. आश्चर्यचकित १२८४ सण्णिउँ-संज्ञी + क (स्वार्थे) १०१५।११ विभल-विह्वल ५।१३।१३ सण्णिसण्णु-सन्निषण्ण, बैठा हुआ १।९।१ विभविय-विस्मित २।५।१ सण्णिहु-सन्निभ, सदृश १।१४।५; २।६।२ विभिय-विस्मित, आश्चर्यचकित (विभ्रम) ३।१६ सण्ही-श्लक्षण; स्नेही १०।६।१४ विव-बिम्ब २।९।८ सणक्कुमार-सनत्कुमार (देव) १०॥३०।११ सणकुमार सग्गे-सानत्कुमार (स्वर्ग) २।१८।६ [स] सणकुमार-सनत्कुमार (देव) ९।१३।१ सइ-शची (इन्द्राणी) १६२ सणाह-सनाथ १११३ सइच्छ-स्व + इच्छा (स्व-इच्छानुसार) ५।६।१ सणिच्छरु-शनिश्चर ४।६।१३ सइँ-स्वयं २१७१८, २।४।१० सत्तखेत्त-सप्त-क्षेत्र, सात क्षेत्र ३।१८।३ सउहयल-सौध तल १११३७ सत्त-जलहि-सप्त-जलधि, सात सागर । २।१८७ सक्क-शक्र (इन्द्र) १०।१५।५ सत्तपयई-सप्त-पद, सात पैर રાજ૮ सक्करपहा-शर्कराप्रभा (नरकभूमि) १०।२१।९, सत्तरयण-सप्त-रत्न ८।४।६ १०।२३।१ सत्ति-शक्ति ११६६ सक्कस्स लच्छी-शक्रकी लक्ष्मी सत्ति-शक्ति-विद्या ५।१४।१ सक्कुलि-शष्कुली (छिपकली) १०।१७।१६ सत्ति-अमोह-अमोघ-शक्ति ३।२०१७ सक्क-इन्द्र ८।१३।३ सत्तित्तए-शक्तित्रय, तीनों शक्तियाँ २।२।१० सक्कंदण-संक्रन्दन इन्द्र. देवाधीश २।६३, सत्तित्तय-शक्तित्रय ३३५८ १०।२८।११ सत्तुंजउ-शत्रुजय (योद्धा) ५।१८।९ सकज्जु-सत्कार्य १।१५।४ सत्थरसिल्लउ-शास्त्रोंका रसिक २।१८।१२ सकोवं-सकोप ३।११।९ सत्थवाहु-सार्थवाहु ( वणिक् ) २।१०५ सग्ग-स्वर्ग २७।७, २।१३।१२ सत्थि-साथी २।१०८ सग्गविणिग्गमु-स्वर्ग से विनिर्गम २।२१।२ सत्थिवंतपुर-शक्तिवन्तपुर (नगर) २।१९।६ सग्गु-स्वर्ग १।१६।१० सत्थु-शास्त्र २।८६ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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